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UP Assembly Election 2022: कहीं से चुनाव नहीं लड़ेंगी प्रियंका गांधी वाड्रा, स्टार प्रचारक को लेकर जोखिम उठाने को तैयार नहीं कांग्रेस

Aaryan Puneet Dwivedi | रीवा रियासत
16 Sept 2021 10:30 AM IST
Updated: 2021-09-16 04:54:18
UP Assembly Election 2022: कहीं से चुनाव नहीं लड़ेंगी प्रियंका गांधी वाड्रा, स्टार प्रचारक को लेकर जोखिम उठाने को तैयार नहीं कांग्रेस
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उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव 2022: अमेठी या रायबरेली से विधानसभा चुनाव लड़ेंगी प्रियंका गांधी वाड्रा

UP Assembly Election 2022: प्रियंका गांधी वाड्रा विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी. पहले खबर आ रही थी कि वे अमेठी या रायबरेली से चुनाव लड़ेंगी.

UP Assembly Election 2022: उत्तरप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसके पहले खबर आ रही थी कि प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) चुनाव में प्रत्याशी के तौर पर उतर सकती हैं. अगर ऐसा होता तो प्रियंका, गांधी परिवार की पहली ऐसी सदस्य होंगी जो विधानसभा चुनाव लड़ेंगी. खबर थी कि प्रियंका गांधी वाड्रा अमेठी (Amethi) या रायबरेली (Rae Bareli) से विधानसभा चुनाव लड़ सकती हैं.

स्टार प्रचारक प्रियंका को लेकर जोखिम नहीं उठा सकती कांग्रेस

अब कांग्रेस ने साफ़ किया है कि प्रियंका गांधी वाड्रा कहीं से भी विधानसभा चुनाव में नहीं उतरेंगी. इसके साथ ही गांधी परिवार के किसी भी सदस्य के विधानसभा चुनाव न लड़ने की परंपरा बरकरार रहेगी. कांग्रेस अपने स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी को लेकर किसी भी तरह का जोखिम नहीं उठा सकती है.

अमेठी या रायबरेली से चुनाव लड़ेंगी प्रियंका गांधी वाड्रा

इसके पहले खबर थी कि, गांधी परिवार से पहला ऐसा कोई सदस्य होगा जो विधानसभा चुनाव में पार्टिसिपेट करेगा, इसके पहले सभी सदस्यों ने सिर्फ लोकसभा चुनाव ही लड़ा है. प्रियंका गांधी वाड्रा गांधी परिवार की इस कड़ी को तोड़ने जा रही हैं. मीडिया के मुताबिक़ प्रियंका अमेठी या रायबरेली विधानसभा से चुनाव लड़ सकती हैं.

अमेठी या रायबरेली ही क्यों?

दरअसल, लोकसभा के साथ विधानसभा चुनावों में भी कांग्रेस की स्थिति बड़ी ख़राब रही है. खासकर उत्तरप्रदेश में. इसी कड़ी को तोड़ने के लिए प्रियंका ने विधानसभा में चुनाव लड़ने का मन बनाया है. प्रियंका गांधी लंबे समय से उत्तरप्रदेश की राजनीति में सक्रिय रही हैं. रायबरेली संसदीय क्षेत्र उनकी मां सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) की सीट है, जबकि अमेठी उनके भाई राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की. इसी वजह से प्रियंका ने इन सीटों में से एक पर चुनाव लड़ सकती हैं. राहुल गांधी को लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा की स्मृति ईरानी ने मात दे दी थी. जिस वजह से अमेठी में गांधी परिवार का दबदबा कम हो गया है. इस वजह से भी अमेठी प्रियंका की पहली पसंद है.

अमेठी में 18 चुनाव में 16 बार कांग्रेस की जीत

अमेठी में 17 लोकसभा और 2 उपचुनाव में कांग्रेस ने 16 बार जीत हासिल की है. सिर्फ तीन बार 1977, 1998 और 2019 में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है. 1977 में इमरजेंसी के बाद हुए चुनाव में पहली बार कांग्रेस हारी थी. इसके बाद 1980 में संजय गांधी (Sanjay Gandhi) यहां से सांसद बने. संजय की मौत के बाद राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) ने अमेठी की बागडोर संभाली. फिर 1999 में सोनिया गांधी ने चुनाव जीता. इसके बाद 2004, 2009 और 2014 में राहुल गांधी यहां से जीते , लेकिन 2019 में स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने राहुल को हरा दिया था.

रायबरेली में अब तक सिर्फ 3 बार हारी है कांग्रेस

रायबरेली में 1952 से लेकर 2019 तक लोकसभा चुनाव में सिर्फ तीन बार कांग्रेस हारी है. 1977, 1988 और 1996 में इस सीट पर कांग्रेस को हार मिली थी. इस सीट से फिरोज गांधी (Firoz Gandhi), इंदिरा गांधी (Indira Gandhi), शीला कौल, अरुण नेहरू और सतीश शर्मा चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे थे.

प्रियंका गांधी को प्रशांत किशोर ने चुनाव लड़ने का सुझाव दिया

इसके साथ ही उत्तरप्रदेश कांग्रेस में ऊर्जा का संचार करने के लिए भी प्रियंका गांधी के लिए ये सीटे अहम मानी जाती है. फिलहाल प्रियंका ने चुनाव लड़ने के अब तक कोई संकेत नहीं दिए हैं. लेकिन कांग्रेसियों ने उनके चुनाव लड़ने की आहट मात्र से ही राज्य की राजनीति में अपनी सक्रियता बढ़ा दी है. माना जा रहा है की चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने भी प्रियंका को सुझाव दिया था कि उन्हें विधानसभा चुनाव में खुद मैदान में उतरना चाहिए. लेकिन अब कांग्रेस ने साफ़ कर दिया है कि प्रियंका गांधी वाड्रा चुनाव नहीं लड़ेंगी.


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