चुनाव

शरद पवार ने बता दिया 'विपक्षी गठबंधन एक क्यों नहीं हो सकता'

शरद पवार ने बता दिया विपक्षी गठबंधन एक क्यों नहीं हो सकता
x
बेंगलुरु में विपक्षी एकता गठबंधन की बैठक चल रही है जिसमे कांग्रेस के साथ 26 राजनितिक दल लोकसभा चुनाव 2024 में साथ देने की बात कह रहे हैं

विपक्षी एकता गठबंधन: बेंगलुरु में विपक्षी एकता गठबंधन की मीटिंग चल रही है. कांग्रेस, TMC, NCP (शरद पवार), उद्धव ठाकरे, कम्युनिस्ट, JDU, SP, BSP जैसी 26 राजनितिक पार्टियां एक साथ मिलकर पीएम मोदी को लोकसभा चुनाव 2024 में हारने के लिए रणनीति बना रही हैं. इस बीच विपक्षी गठबंधन के सदस्य शरद पवार ने इस दल के साथ होने वाली ऐसी समस्या बताई है जिसे सुनने के बाद यही लगता है कि विपक्षी एकता कभी भी एक नहीं हो सकती है.

विपक्षी एकता कभी एक हो पाएगी?

बेंगलुरु में हो रही विपक्षी एकता मीटिंग से पहले शरद पवार ने New Indian Express को दिए अपने इंटरव्यू में कहा है कि विपक्षी एकता गठबंधन में आगे कई समस्याएं आने वाली हैं. जिससे हम इंकार नहीं कर सकते हैं. जैसे- पश्चिम बंगाल में TMC खुद कांग्रेस विरोधी है, केरल में कम्युनिस्ट कांग्रेस विरोधी है, यूपी में सपा कांग्रेस विरोधी है. अगर इन मुद्दे को पहले नहीं सुलझाया गया तो हमें चुनाव के बाद गठबंधन पर भी ध्यान देने की जरूरत है. इसके लिए हमें दूसरे राजनितिक विकल्प के लिए भी तैयार रहना है.

बता दें कि कांग्रेस के पूरे विपक्षी एकता वाली पार्टियों को मिला लिया जाए तो भी उनके पास वर्तमान में इतनी सीटें नहीं हैं जितनी अकेले बीजेपी के पास हैं NDA की तो बात दूर है. ऐसे में विपक्ष चाहकर भी पीएम मोदी को केंद्र की सत्ता से हटा नहीं सकता है. वैसे भी विपक्षी गठबंधन में ऐसी पार्टियां शामिल हैं जो हमेशा एक दूसरे की विरोधी रही हैं. कहीं न कहीं ये पार्टियां कांग्रेस से टूटकर ही बनी हैं. अगर ये मान भी लें कि लोकसभा चुनाव 2023 में विपक्षी एकता जीत जाती है तो ये लोग पॉवर के लिए एक दूसरे से फिर से लड़ना-भिड़ना शुरू कर देंगे। जो लोग लोकसभा चुनाव 2024 के लिए एक होने का दिखावा कर रहे हैं वो खुद अपने-अपने राज्यों में एक दूसरे पर आरोप मढ़ना और उन्हें हारने की कोशिश करने लगेंगे।


Next Story