NCERT New Syllabus: एनसीईआरटी की किताबों से कौन से चैप्टर हटा दिए गए?
NCERT New Syllabus: NCERT के नए पाठ्यक्रम की किताबें बाजार में मिलने लगी हैं, नए सिलेबस को लेकर विपक्षी पार्टियों ने बवाल मचाना भी शुरू कर दिया है. किताबों के चैपटर्स में बदलाव का फैसला पिछले साल ही ले लिया गया था. NCERT की नई किताब में कुछ चीज़ें हटा दी गई हैं. दावा किया जा रहा है कि इन किताबों से नाथूराम गोडसे, गांधी हत्या, RSS बैन और मुग़लों का इतिहास हटा दिया गया है.
NCERT की किताबों से कौन से पाठ हटा दिए गए
किताब से नाथूराम गोडसे से जुड़ा एक चैप्टर हटा दिया गया है, इस पाठ में नाथूराम गोडसे को एक चरमपंथी हिंदू अखबार का संपादक था, जिसने गांधीजी को 'मुसलमानों का तुष्टिकरण करने वाला' बताया था.
इसके अलावा गांधी की मृत्यु का देश में साम्प्रदायिक स्थिति पर पड़ा प्रभाव जैसे पाठ को निकाल दिया गया है -
कुछ का दावा है कि नई किताब से RSS बैन को भी हटा दिया गया है
क्या NCERT से मुगल इतिहास हटा दिया गया?
असली बवाल यहां मचा है, ओवैसी, कांग्रेस, AAP सब इसी मुद्दे में भसड़ मचाए हैं कि NCERT की इतिहास की किताब से मुग़लों के चैप्टर को क्यों हटा दिया गया. जो लोग इस्लामिक आक्रांतों को अपना पूर्वज मानते हैं उनके सीने में सांप लौटने लगे हैं.
दावा किया जा रहा है कि किताब से मुगल इतिहास को ही हटा दिया गया है. जबकि NCERT के डायरेक्टर डीएस सोलंकी ने इसका खंडन किया है.
उन्होंने कहा है कि यह सब झूठ फैलाया जा रहा है. ANI की रिपोर्ट के मुताबिक NCERT डायरेक्टर दिनेश प्रसाद सोलंकी ने कहा कि सिलेबस में बदलाव बच्चों पर बोझ कम करने के लिए किया गया है.
उन्होंने कहा- "ये झूठ है कि मुगलों से जुड़ा चैप्टर हटाया गया है. कोविड के बाद पिछले साल सिलेबस को कम करने की प्रक्रिया शुरू हुई थी. ताकि बच्चों पर पड़ रहे दबाव को कम किया जा सके. एक्सपर्ट कमेटी ने कक्षा छठी से 12वीं तक की किताबों का निरीक्षण किया था."
#WATCH | Dinesh Prasad Saklani, Director of NCERT says, "It's a lie. (Chapters on) Mughals have not been dropped. There was a rationalisation process last year because due to COVID, there was pressure on students everywhere...Expert committees examined the books from std 6-12.… pic.twitter.com/647wdsPSSR
— ANI (@ANI) April 4, 2023