Delhi

पहलवानों के नौकरी ज्वाइन करने से खाप पंचायतें और किसान संगठन नाराज! जंतर-मंतर में नहीं होगा प्रदर्शन

पहलवानों के नौकरी ज्वाइन करने से खाप पंचायतें और किसान संगठन नाराज! जंतर-मंतर में नहीं होगा प्रदर्शन
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पहलवानों के साथ प्रदर्शन कर रहे खाप और किसान संगठनों ने कहा- अमित शाह के साथ मीटिंग हुई और हमें पता भी नहीं चला!

Wrestlers Protest: WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ़्तारी की मांग कर रहे पहलवान विनेश फोगट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया प्रदर्शन छोड़कर अपनी रेलवे की नौकरी बचाने के लिए ड्यूटी ज्वाइन कर चुके हैं. पहलवानों ने इस प्रदर्शन की जिम्मेदारी खाप पंचायतों और किसान संगठनों के कंधों में डाल दी है.

तीनों प्रमुख प्रदर्शनकारी जॉब करने चले गए और खाप पंचायतों- किसान संगठनों के लोगों को प्रोटेस्ट जारी रखने की बात कह गए. ऐसे में पहलवानों के समर्थन में आए लोग उनसे नाराज हो गए हैं. खाप और किसानों ने 9 जून को होने वाले जंतर-मंतर का प्रदर्शन टाल दिया है. बता दें कि खाप और किसानों ने सरकार को 9 जून तक अल्टीमेटम दिया था कि अगर बृजभूषण सिंह की गिरफ़्तारी नहीं होती है तो फिर से जंतर-मंतर में धरना दिया जाएगा।

BKU के नेता नरेश टिकैत ने पहलवानों के नौकरी ज्वाइन करने पर हैरानी जताई है. उन्होंने कहा गृहमंत्री और पहलवानों के बीच क्या समझौता हुआ, मैं नहीं जानता, अगर उन्होंने खुद समझौते का फैसला ले लिया है तो इसमें हम कुछ नहीं कर सकते

राकेश टिकैत ने कहा- प्रस्तावित विरोध रद्द कर दिया गया है सरकार ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत शुरू कर दी है. अब पहलवानों और सरकार के बीच के नतीजे के आधार पर आगे विरोध का फैसला लिया जाएगा

उधर गृहमंत्री से पहलवानों की मीटिंग के बाद जांच तेज हो गई है. SIT ने रविवार को बृजभूषण के घर विश्नोहरपुर पहुंचकर 12 करीबियों के बयान दर्ज किए। जिनमें बृजभूषण ड्राइवर, सुरक्षाकर्मी, माली और नौकर भी शामिल हैं। SIT इस मामले में अभी तक 137 लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है। बृजभूषण का कहना है कि दिल्ली पुलिस ने उनसे कोई पूछताछ नहीं की। पुलिस 2 बार पहले ही 5-6 घंटे दिल्ली में पूछताछ कर चुकी है।

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