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Justice Lalit ने कहा जब बच्चे सुबह 7 बजे स्कूल जाते हैं तो जज सुबह 9 बजे से काम शुरू क्यों नहीं कर सकते

Justice Lalit ने कहा जब बच्चे सुबह 7 बजे स्कूल जाते हैं तो जज सुबह 9 बजे से काम शुरू क्यों नहीं कर सकते
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Justice Lalit: जस्टिस ललित भारत के 49वें मुख्य न्यायाधीश मतलब CJI बनने वाले हैं और उन्होंने अभी से सुबह 9 बजे से काम करना शुरू कर दिया है

Justice Lalit News: सुप्रीम कोर्ट के भावी CJI जस्टिस उमेश उदय ललित ने न्याय व्यवस्था को लेकर बड़ा बयान दिया है. जस्टिस ललित ने कहा है कि अगर बच्चे सुबह 7 बजे उठकर स्कूल जा सकते हैं तो जज और वकील सुबह 9 बजे से काम शुरू क्यों नहीं कर सकते। बता दें कि जस्टिस ललित ने शुक्रवार को कोर्ट में सुबह 9:30 बजे से ही सुनवाई शुरू कर दी थी जबकि कोर्ट का टाइम 10:30 बजे से शुरू होता है.

जस्टिस उमेश उदय ललित भारत के 49वें मुख्य न्यायाधीश मतलब CJI बनने वाले हैं. उन्हें भारतीय न्याय व्यवस्था का सर्वोच्च पद 27 अगस्त 2022 के दिन मिलने वाला है. वर्तमान CJI एनवी रमना इस दिन सेवा निवृत हो जाएंगे और जस्टिस ललित 27 अगस्त 2022 से 8 नवंबर 2022 तक CJI पद में रहेंगे मतलब जस्टिस ललित को यह पद सिर्फ 74 दिनों के लिए मिलेगा।

Justice Lalit ने काम का समय बदला

सुप्रीम कोर्ट में जजों की बेंच सुबह 10:30 बजे से काम करना शुरू करती है और दोपहर 4 बजे तक काम करती है मतलब सुप्रीम कोर्ट के जज एक दिन में सिर्फ 5:30 घंटे काम करते हैं और सप्ताह में सिर्फ 5 दिन कोर्ट खुला रहता है. इस बीच दोपहर में 1 से 2 बजे के बीच लंच होता है. इसका मतलब जज एक हफ्ते में सिर्फ 20 घंटे काम करते हैं. लेकिन जस्टिस ललित ने मिसाल पेश करते हुए एक घंटे पहले से ही काम करना शुरू कर दिया है.

शुक्रवार को सुबह 9:30 बजे से ही लास्टिस ललित, जस्टिस एस रवींद्र भट और जस्टिस सुधांशु धूलिया की बेंच ने काम करना शुरू कर दिया था. इस बीच सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील जनरल मुकुल रोहतगी ने जल्दी सुनवाई करने की इस पहल पर ख़ुशी व्यक्त की है। उन्होंने कहा सुबह 9:30 से अदालते शुरू करना उचित समय है.


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