AAP ने तोडा दिल्ली वालों से किया वादा! अब फ्री बिजली नहीं मिलेगी
दिल्ली में बंद मुफ्त बिजली योजना: फ्री बिजली देने का वादा करके वोट हासिल करने वाली आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की जनता को धोखा दे दिया है. AAP ने फ्री बिजली देने का जो वादा किया था उसे पूरा करने में दिल्ली राज्य सरकार की हवा टाइट हो गई है. इसी लिए दिल्ली सरकार ने राज्य में फ्री में बिजली देने वाली योजना को बंद कर किया है
AAP सरकार की ऊर्जा मंत्री आतिशी ने शुक्रवार को एक वीडियो जारी करते हुए दिल्ली में मुफ्त बिजली स्कीम को बंद करने का एलान किया है. आतिशी ने कहा कि शुक्रवार से दिल्ली में मुफ्त बिजली सेवा बंद हो जाएगी और लोगों को बिजली बिल भरना पड़ेगा। इसी के साथ आतिशी ने दिल्ली LG विनय सक्सेना पर फाइल रोककर रखने का आरोप लगाया
दिल्ली में फ्री बिजली बंद
आतिशी ने कहा कि केजरीवाल सरकार दिल्ली में रहने वाले 47 लाख परिवारों को फ्री बिजली देती है. जिसके तहत 200 यूनिट तक बिजली बिल फ्री होता है और 200 से 400 यूनिट वालों को सिर्फ 50% बिल भरना पड़ता है. वहीं वकील और किसानों को फ्री बिजली मिलती है. इसके अलावा दिल्ली सरकार 1984 के दंगा पीड़ितों को भी मुफ्त बिजली देती थी
मैंने कल LG साहब के Office में Message छोड़ा-
— AAP (@AamAadmiParty) April 14, 2023
▪️केवल 5 मिनट का समय चाहिए
▪️46 Lakh परिवारों को मिल रही बिजली Subsidy का मुद्दा है
कोई Response नहीं
Media के माध्यम से LG साहब से अनुरोध, File Clear करें
नहीं तो Monday से आने वाले बिजली Bills में Subsidy नहीं होगी।
—@AtishiAAP pic.twitter.com/N3X4GE5znD
लेकिन शुक्रवार से इलेक्ट्रिसिटी पर मिलने वाली सब्सिडी बंद हो जाएगी, शनिवार से दिल्ली के बिजली उपभोक्ताओं को बढे हुए बिजली के बिल मिलेंगे, जिन्हे 50% की सब्सिडी मिलती थी उन्हें 100% बिल भरना होगा
दिल्ली में फ्री बिजली सब्सिडी क्यों बंद हुई
आतिशी ने कहा कि दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने फैसला किया है कि वह आने वाले सालों में फ्री बिजली देते रहेंगे। लेकिन सब्सिडी फाइल को दिल्ली LG ने रोक कर रखा है. जबतक ये फाइल वापस नहीं आती तबतक सरकार बिजली सब्सिडी का पैसा जारी नहीं कर सकती
उधर दिल्ली LG ने कहा है कि दिल्ली सरकार को ऐसे झूठे आरोप नहीं लगाने चाहिए। LG ने कहा कि केजरीवाल को दिल्ली की जनता को जवाब देना होगा कि आखिरी फ़ैसला 4 अप्रैल तक ही क्यों लंबित रखा गया जबकि समय 15 अप्रैल तक का था. ये भी कहा गया कि आप सरकार ने 11 अप्रैल को फ़ाइल भेजी और 13 अप्रैल को चिट्ठी लिखकर प्रेस कॉन्फ़्रेंस की.