- Home
- /
- RewaRiyasat Explainer...
RewaRiyasat Explainer : कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए कहां और कैसे होगा रजिस्ट्रेशन, कब पहुंचेगा टीका आप तक ?
कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए कहां और कैसे होगा रजिस्ट्रेशन, कब पहुंचेगा टीका आप तक ?
COVID 19 के लिए टीकाकरण अभियान देश में 16 जनवरी को शुरू होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वैक्सीन टीकाकरण की तैयारियों के साथ देश में COVID-19 की स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च-स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की है। बैठक में कैबिनेट सचिव, प्रधान सचिव, प्रधान मंत्री, स्वास्थ्य सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। प्रधानमंत्री ने विभिन्न मुद्दों को कवर करते हुए COVID प्रबंधन की स्थिति की विस्तृत और व्यापक समीक्षा की। पहले चरण 2 करोड़ हेल्थ केयर वर्कर्स को सबसे पहले वैक्सीन लगेगी।
आपातकालीन उपयोग दो टीकों - कोविशिल्ड ( Covishield ) और कोवाक्सिन (Covaxin )के लिए राष्ट्रीय नियामक द्वारा प्रदान किया गया है - जिन्होंने सुरक्षा और प्रतिरक्षात्मकता की स्थापना की है। एक दो दिन के अंदर वैक्सीन की कीमत का करार सामने आजायेगा। वैक्सीन को रोल आउट करने के लिए राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश सरकारों के साथ मिलकर केंद्र की तैयारियों की स्थिति के बारे में भी प्रधानमंत्री को जानकारी दी गई। टीकाकरण अभ्यास को लोगों की भागीदारी के सिद्धांतों, चुनावों के अनुभव और सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम के उपयोग द्वारा रेखांकित किया गया है।
कोरोना वैक्सीन को लेकर ये 4 सवाल, जिनके जवाब आप को जानना है...
कब लगेगी हमें वैक्सीन ?
सबसे पहले इन दो केटेगरी वाले लोगो को वैक्सीन लगाया जायेगा। 50 वर्ष से ऊपर की दो कैटेगरी हैं। एक जिनकी उम्र 60 वर्ष या इससे ज्यादा होगी, वैक्सीन लगाने में उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी। इसके बाद 50 से 60 वर्ष वाले उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। एक जनवरी 1971 से पहले जिनका जन्म हुआ है, वे इस समूह में शामिल माने जाएंगे। सरकार वैक्सीन की उपलब्धता के आधार पर तय करेगी कि अन्य लोगों को वैक्सीन कब से लगेगी।
कैसे होगा कोरोना वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन और हमें क्या करना होगा ?
टीकाकरण Covin App पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। सरकार ने अभी यह ऐप जारी नहीं किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को कोविन वैक्सीन डिलीवरी मैनेजमेंट सिस्टम की समीक्षा की है। रजिस्ट्रेशन और वैक्सीनेशन के वक्त सरकारी फोटो आईडी दिखानी होगी। हालांकि एक करोड़ हेल्थ वर्कर्स और दो करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स का डेटा केंद्र और राज्य सरकारों के पास है। इस लिए इन लोगो को रजिस्ट्रेशन कराने की जरुरत नहीं पड़ेगी।
हमें किस कंपनी की वैक्सीन लगाई जाएगी?
जानकारी के मुताबिक पहले दौर में सीरम इंस्टीट्यूट की कोवीशील्ड वैक्सीन राज्य सरकारों को भेजी जाएगी, क्योंकि अभी तक भारत बॉयोटेक की वैक्सीन Covaxin हिमाचल के कसौली स्थित सेंट्रल ड्रग्स लैबोरेटरी से जांच होकर नहीं आई है। कोवैक्सिन की 25 लाख डोज जांच के लिए भेजी गई हैं। इसमें कम से कम 14 दिनों का समय लगता है। यदि बिना समय गंवाए भी वैक्सीन जांच कर उपयोग की इजाजत दी जाती है तो इसमें 11 से 12 जनवरी तक का समय लग सकता है। इसके बाद केन्द्र तक पहुंचने में एक से दो दिन की और देरी भी हो सकती है।
क्या हम बाजार से वैक्सीन खरीदकर लगवा सकेंगे ?
यह तो अभी तक सरकार ने स्पष्ट नहीं किया है। भविष्य में सरकार इस पर फैसला ले सकती है। फिलहाल सीरम की Covishield वैक्सीन के करीब तीन करोड़ डोज सभी प्रक्रियाओं को पूरी करने के बाद राज्यों को भेजे जाने के लिए तैयार हैं। वैक्सीन की शीशी पर Not For Sale और इम्यूनाइजेशन कार्यक्रम वाले रैपर लगे हैं, ताकि वैक्सीन को खुले बाजार में नहीं उतारा जा सके और इसकी कालाबाजारी भी रोकी जा सके। दो करोड़ से ज्यादा डोज सीरम की फैक्ट्री में बन कर तैयार हैं। इस बैच को भी जल्द जांच के लिए सीडीएल भेजा जाएगा। मंजूरी के बाद यह खेप राज्यों को भेज जी जाएगी।