नए संसद भवन में लगा 6.5 मीटर ऊंचा और 9500 KG अशोक स्तंभ, पीएम मोदी ने किया अनावरण
Ashoka Stambh PM Modi: सोमवार सुबह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में बने नए संसद भवन में स्थापित किए गए विशाल अशोक स्तंभ का अनावरण किया। यह नए पार्लियामेंट हॉउस की छत पर 6.5 ऊंचा और 9500 किलो वजनी कांसे से बना हुआ अशोक स्तंभ देखने के लिए हज़ारों लोगों का हुजूम इकठ्ठा हुआ.
प्रधानमंत्री मोदी ने अशोक स्तंभ का अनावरण करने के बाद संसद भवन के निर्माण कार्य में लगे कार्यकर्ताओं से भी बात की, इस दौरान लोकसभा स्पीकर ओम बिरला और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी उनके साथ मौजूद थे. नए संसद भवन का निर्माण तेजी से चल रहा है और इसे सेंट्रल विस्टा (Central Vista) नाम दिया गया है. सेंट्रल विस्टा के बीचो बीच छत पर भारत के राष्ट्रीय प्रतिक अशोक स्तंभ को स्थापित किया गया है.
अशोक स्तंभ भारत का राष्ट्रीय प्रतिक क्यों है
Why Ashoka Stambh Is the National Emblem of India: अशोक स्तंभ का नाता मौर्य वंश के पराकर्मी सम्राट अशोक से हैं. सम्राट अशोक प्राचीनकाल में भारतीय उपमहाद्वीप के सबसे शक्तिशाली सम्राटों में से एक थे. उन्होंने 273 BC से 232 BC तक भारत में शासन किया था. सम्राट अशोक ने देश के कई हिस्सों में स्तूपों और अशोक स्तंभ का निर्माण कराया था. अशोक स्तंभ को भारत का राष्ट्रीय प्रतिक आज़ादी के बाद माना गया था.
सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट क्या है
What Is Central Vista Project: सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट भारत का नया संसद भवन है. यह प्रधानमंत्री मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है. इसके निर्माण में करीब 971 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं और इसका बजट 1250 करोड़ तक बढ़ सकता है। केंद्र सरकार ने सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को अक्टूबर 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है. इस साल का शीतकालीन सत्र नए संसद भवन से ही शुरू होगा। यह अत्याधुनिक और सभी प्रकार की सुविधाओं वाला संसद भवन होगा. हालांकि विपक्ष ने इसे हमेशा पैसों की बर्बादी बताया है.