कौन है जलेबी बाबा जिसने 120 महिलाओं के साथ रेप किया, कोर्ट ने 14 साल की सज़ा सुनाई
जलेबी बाबा कौन है: हरियाणा के फतेहाबाद में 120 महिलाओं को नशीली चाय पिलाकर उनका रेप करने वाले आरोपी जलेबी बाबा को कोर्ट ने 14 साल की सज़ा सुनाई है. जलेबी बाबा (Jalebi Baba) को 2 बार रेप में पोक्सो एक्ट की धारा 6 के तहत 14 साल की कैद हुई। वहीं महिलाओं से रेप के केस में IPC की धारा 376C के तहत 7-7 साल और IT एक्ट की धारा 67-A में 5 साल की कैद हुई।
आरोपी का असली नाम अमरपुरी जो जलेबी बाबा के नाम से कुख्यात है. इसे हुई सभी सज़ाएं एक साथ चलेंगी। कोर्ट ने इस आरोपी को आर्म्स एक्ट के मामले में बरी कर दिया था लेकिन यह दरिंदा अपनी घिनौनी आदतों से बाज़ नहीं आया. जलेबी बाबा ब्लैकमेलिंग का भी धंधा करता था.
कोर्ट में बड़े ड्रामे किए
जब 7 जनवरी को जलेबी बाबा को कोर्ट ने 14 साल की सज़ा सुनाई तो अमरपुरी फुट-फूटकर रोने-गिड़गिड़ाने लगा. उसने कहा 'मुझे शुगर है, मैं बूढ़ा हो गया हूं, मोतियाबिंद के कारण मैं देख नहीं पाता हूं, मुझपर रहम करो'
कैसे पकड़ाया 120 महिलाओं से रेप करने वाला दरिंदा
बात 19 जुलाई 2018 की है. टोहाना के तत्कालीन SHO प्रदीप कुमार को एक मुखबिर ने मोबाइल पर जलेबी बाबा की अश्लील वीडियो दिखाया था। इसके बाद उसके खिलाफ SHO की शिकायत पर IPC की धारा 292, 293, 294, 376, 384, 509 व IT Act की धारा 67A के तहत मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ा तो उसके कब्जे से 120 वीडियो मिले थे, जिसमें वह बेहोश महिलाओं से शारीरिक संबंध बनाते हुए दिखाई दे रहा था।
अमरपुरी जलेबी बाबा कैसे बना
1984 में अमरपुरी मानसा के टोहाना आया था. यहां इसने जलेबी की रेहड़ी लगाई थी. और 20 साल पहले मंदिर बनवाया था. यह तंत्र-मन्त्र से इलाज करने का दावा करता था. जो महिलाएं इसके पास इलाज के लिए आतीं उन्हें यह चाय में नशीली दवा मिलाकर पीला देता और बेहोश होने के बाद उनका रेप करता। अमरपुरी अपनी इस घटिया हरकत की वीडियो भी रिकॉर्ड करता था. और बाद में उन्हें ब्लैकमेल करके पैसे ऐंठता था.
13 अक्टूबर 2017 को एक महिला की शिकायत पर उसके खिलाफ शहर पुलिस टोहाना में IPC की धारा 328, 376, 506 दर्ज किया था। इसके बाद बाद में 2018 में तत्कालीन SHO की शिकायत पर मामला दर्ज हुआ था। मुकदमा दर्ज करने के बाद घटनास्थल से चिमटा, राख, भभूति, नशे की गोलियां, वीसीआर आदि बरामद की थी।
कौन है जलेबी बाबा
अमरपुरी उर्फ़ जलेबी बाबा जब 8 साल का था तब मानसा से दिल्ली भाग गया था. दिल्ली रेलवे स्टेशन में उसे दिगंबर रामेश्वर मिले, जिन्हें उसने अपना गुरू बना लिया और उनके साथ उज्जैन के डेरे में रहने लगा.
18 साल का हुआ तो अपने घर लौटा और शादी कर ली. 1984 में वह मानसा से टोहाना से आया और जलेबी की रेहड़ी लगाने लगा। करीब 20 साल पहले उसने टोहाना में मंदिर बनाया। जहां उसके पास तंत्र-मंत्र से इलाज कराने के लिए मरीज आने लगे, जिनका वह इलाज करने लगा।
हाईकोट में अपील करेगा
जलेबी बाबा के वकील का कहना है कि डिस्ट्रिक कोर्ट ने उसे अपने ओपिनियन पर सज़ा सुनाई है. जलेबी बाबा के पास मिली CD को एविडेंस एक्ट का कोई सर्टिफिकेट नहीं मिला था. किसी ने जलेबी बाबा के खिलाफ जाकर शिकायत नहीं लिखवाई थी. सिर्फ CD के आधार पर यह केस है. और कोर्ट से सुनाई गई सज़ा उचित नहीं है. इसी लिए हम हाईकोर्ट जाएंगे।