खालिस्तानी आतंकी परमजीत सिंह पंजवड़ की हत्या! 33 साल से लाहौर में रह रहा था भारत का दुश्मन
परमजीत सिंह पंजवड़ की हत्या: खालिस्तानी आतंकी संगठन 'खालिस्तान कमांडो फोर्स (KCF)' के चीफ परमजीत सिंह पंजवड़ (Paramjit Singh Panjwar) की हत्या कर दी गई. 33 साल से पाकिस्तान के लाहौर में छिपा बैठा आतंकी आखिरकार मारा गया. 1990 में ही वह पाकिस्तान भाग गया था और लाहौर में मलिक सरदार सिंह के नाम से रहता था.
Paramjit Singh Panjwar Murder
जानकारी के मुताबिक शनिवार सुबह 6 बजे के करीब बाइक सवार हमलावर उस सोसाइटी में घुसे जहां परमजीत सिंह पंजवड़ रहता था. आतंकी अपने घर के बाहर टहल रहा था. तभी हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी और उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। लाहौर पुलिस को शक है कि इस सोसाइटी में ही रहने वाले किसी शख्स न हमलावरों को इसकी जानकारी दी होगी।
कौन था परमजीत सिंह पंजवड़
Who Was Paramjit Singh Panjwar: खालिस्तानी आतंकी परमजीत सिंह पंजवड़ पंजाब के तरनतारन जिले के झब्बाल गांव का रहने वाला था. वह सोहल एक केंद्रीय सहकारी बैंक में काम करता था. लेकिन वह अपने चचेरे भाई लाभ सिंह के आतंकी बनने के बाद खुद खालिस्तान कमांडो फ़ोर्स (KCF) में शामिल हो गया. भारतीय सुरक्षाबलों ने तो लाभ सिंह का खात्मा कर दिया लेकिन परमजीत सिंह पंजवड़ बच गया. 90 के दशक में ही वह पाकिस्तान भाग गया और वहीं से KCF को कंट्रोल करने लगा.
30 जून 1999 को पंजाब के चंडीगढ़ एयरपोर्ट में बम ब्लास्ट हुआ था. परमजीत सिंह पंजवड़ ने ही यह बम ब्लास्ट करवाया था. जिसमे 4 लोग जख्मी हुए थे और कई गाड़ियां जल गई थीं.
पाकिस्तान जाने के बाद वह ISI से मिल गया और भारत के खिलाफ आतंकी एजेंडे को पूरा करने में लग गया. इसने अपने बच्चों और पत्नी को जर्मनी भेज दिया लेकिन पाकिस्तान में रहकर भारत में नशे का काला धंधा शुरू कर दिया। यह पाकिस्तान से भारत में नशीली दवाएं भेजता था. और इसी काली कमाई से KFC को एक्टिव रखता था.
अक्टूबर 2020 में इसी ने तरनतारन में शौर्यचक्र विजेता बलविंदर सिंह संधू का कत्ल कर दिया गया था। 33 साल से फरार चल रहे इस खालिस्तानी की कोई भी ताजा तस्वीर पुलिस के पास नहीं है. पुलिस के पास सिर्फ एक ही फोटो है जो 35 साल पुरानी है.