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ज्ञानवापी के पैरोकार जितेंद्र सिंह विसेन पर इंजेक्शन से हमला! वायरस से जान लेने की कोशिश

ज्ञानवापी के पैरोकार जितेंद्र सिंह विसेन पर इंजेक्शन से हमला! वायरस से जान लेने की कोशिश
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Gyanvapi advocate Jitendra Singh Visen attacked with injection: हिन्दू पक्ष से ज्ञानवापी की वकालत करने वाले जितेंद्र सिंह विसेन पर इंजेक्शन से हमला हुआ है

Gyanvapi advocate Jitendra Singh Visen attacked with injection: काशी में मौजूद ज्ञानवापी मंदिर/मस्जिद मामले में हिंदू पक्ष की तरफ के पैरोकार और अखिल भारतीय वैदिक सनातन संघ के पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र सिंह वीरेन पर इंजेक्शन अटैक हुआ है. यह हमला मंगलवार की देर रात दिल्ली में हुआ है. आरोपियों ने जितेंद्र सिंह वीरेन की पीठ पर नीडल-सिरिंज से हमला कर उनके शरीर में कोई लिक्विड डाला है.

जैसे ही वीरेंद्र सिंह वीरेन पर इंजेक्शन अटैक हुआ, उनका शरीर कांपने लगा, बेचैनी बढ़ने लगी और जलन होने लगी. वह बीच सड़क में जोर-जोर से चिल्लाने लगे, इतने में आसपास मौजूद लोगों ने उन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल में एडमिट कराया।

ज्ञानवापी के वकील पर इंजेक्शन अटैक

डॉक्टर्स ने जांच करने के बाद दावा किया कि जितेंद्र सिंह वीरेन की बॉडी में इंजेक्शन के जरिये कोई हानिकारक दवा या वायरस डालने की कोशिश की गई है. लेकिन इसका असर एक हफ्ते बाद ही दिखाई देगा। जितेंद्र सिंह का कहना है कि रातभर चले इलाज के बाद वह घर लौट आए हैं. एक हफ्ते बाद उनकी मेडिकल रिपोर्ट आएगी और तभी पता चलेगा कि उनके शरीर में क्या इंजेक्ट किया गया है.

बताया गया है कि जितेंद्र सिंह वीरेन रात 9 बजे अपने घर के बाहर पार्क में टहल रहे थे. तभी दो लोग पीछे से आए और कंधे में इंजेक्शन घुसेड़ दिया। इसके बाद वो भाग गए. जहां सुई चुभाई गई वहां काफी दर्द और जलन महसूस हो रही है. वहां की स्किन भी सख्त हो गई है.

खतरे में हैं जितेंद्र सिंह वीरेन की जान

जितेंद्र सिंह वीरेन और उनकी पत्नी किरण सिंह ने ज्ञानवापी मामले में भगवान आदि विश्वेश्वर विराजमान समेत कई मुकदमे दायर किए गए हैं। ऐसे में उन्होंने पहले ही अपनी जान पर खतरा होने की शिकायत की थी. उन्होंने कहा था कि- कुछ लोग मुझे इस मुक़दमे से हटने के लिए धमकी दे रहे हैं.

जितेंद्र सिंह की मांग है कि ज्ञानवापी से मुस्लिमों की एंट्री बैन की जाए. और पूरा परिसर हिन्दुओं को सौंप दिया जाए. परिसर में मौजूद शिवलिंग की पूजा करने दी जाए. उन्होंने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ को अपने मुक़दमे में पावर ऑफ़ अटॉर्नी सौंपने की मांग उठाई थी.

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