एमपी में Free Fire के चक्कर में बच्चों ने मम्मी-पापा के गहने और 20 हज़ार रुपए पार कर दिए
Free fire Redeem code: मोबाइल गेम खेलना बुरी आदत नहीं है इससे तनाव तो कम होता है साथ बच्चों में सोचने-समझने की क्षमता बढ़ती है लेकिन जब इसकी लत लग जाए तो यह हानिकारक हो जाता है। Free Fire गेम के पीछे पगलाए दो बच्चों ने अपने मम्मी-पापा के गहने चुरा लिए और घर से 20 हज़ार रुपए भी पार कर दिए। किसी ने मां का हार चुरा लिया तो किसी ने पापा की चैन।
दोनों बच्चे नाबालिग हैं और उनकी उम्र 16 और 12 साल है। मोबाइल रिचार्ज करने और रिडीम कोड खरीदने के लिए दोनों ने मिलकर अपने घर से 20 हज़ार रुपए चुरा लिए। 14 हज़ार रुपए का रिचार्ज कर चुके थे तभी घर वालों को इसकी जानकरी हो गई।
कहां का मामला है
यह घटना एमपी के छतरपुर के बुंदेलखंड गेराज के पीछे का है जहां दो पडोसी दोस्तों को ऑनलइन गेम खेलने की ऐसी लत लगी कि गेम में अच्छे अच्छे आर्म्स खरीदने के लिए पैसे चुराने लगे. घर वालों को पहले तो ये पता ही नहीं चला कि उनके घर में जो चोरी हो रही है वो आखिर कर कौन रहा है। इसी लिए दोनों के परिवार वालों ने इसकी शिकायत पुलिस में की थी.
जब पुलिस ने जांच की तो पता चला कोई चोर नहीं बल्कि घर के दोनों बच्चे ही गेम के चक्कर में पैसा और गहने चुरा रहे थे. 12 साल के बच्चे ने अपने घर से मां की 4 तोला सोने की चैन और पापा के सोने की चैन को पार कर दिया था जबकि दूसरे लड़के ने 20 हज़ार रुपए चुराए थे।
कई बच्चे आत्महत्या कर चुके हैं तो कई हत्या
इससे पहले छतरपुर में ही 30 जुलाई 2020 के दिन 13 साल के बच्चे ने गेम में 40 हज़ार रुपए हारने के बाद फांसी लगा ली थी. 13 जनवरी 2020 भोपाल के एक 11 साल के बच्चे ने गेम में हारने के चलते फांसी लगा ली थी. ऐसे कई मामले हैं जहां बच्चों ने गेम में गन ना देने और स्कोप ना देने भर से अपने दोस्त को मारने की कोशिश।