Bitcoin के लिए सिपाही ने कारोबारी को अगवा किया, 300 करोड़ की Cryptocurrency बेचने का प्रयास किया
Bitcoin: महाराष्ट्र के पुणे में एक पुलिस कांस्टेबल ने एक शेयर कारोबारी का अपहरण कर लिया। खुद चोर-उच्चकों को पकड़ने वाले पुलिस डिपार्टमेंट के कांस्टेबल ने खुद ही अपराधियों वाला काम कर डाला। आरोपी कांस्टेबल दिलीप तुकाराम को कहीं से ये पता चल गया कि पुणे के शेयर कारोबारी विनय नाइक के पास 300 करोड़ रुपए के Bitcoin है। तो उसने कारोबारी को किडनैप करने का प्लान बनाया।
7 और लोगों के साथ मिलकर प्लान बनाया
आरोपी पुलिस कांस्टेबल ने 7 और लोगों के साथ मिलकर कारोबारी विनय नाइक को एक होटल से अगवा कर लिया और उसके पास मौजूद 300 करोड़ रुपए के Bitcoin को अपने नाम करने और बेचने की कोशिश की। बुधवार को पुणे पुलिस जोन-2 के उपायुक्त आनंद भोईटे ने आरोपी कांस्टेबल दिलीप तुकाराम खंडारे के साथ अन्य आरोपी सुनील राम शिंदे, वसंत श्याम, फ्रांसिस टीमोटि डिसूजा, मयूर महेंद्र, प्रदीप काशीनाथ, संजय राजेश बंसल और शिरीष चंद्रकांत को गिरफ्तार कर दिया।
अपहणरण का केस दर्ज हुआ
पुलिस कांस्टेबल और उसके साथियों ने कारोबारी को किडनैप किया जिसके बाद विनय नाइक के दोस्त ने थाने में उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई। अपरहण के बाद आरोपियों ने उनकी क्रिप्टोकरेंसी को बेचने की कोशिश की। जब इतने बड़े कारोबारी के अपहरण की रिपोर्ट लिखी गई तो पुलिस ने गंभीरता से जांच करना शुरू कर दिया। जिसके बाद आरोपी डर गए और विनय नाइक को छोड़ दिया।
टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट है आरोपी सिपाही
आरोपी दिलीप तुकाराम पहले कमिश्नर ऑफिस में काम करता था और उसके बाद वह साइबर सेल में भी काम किया। उसे नेटवर्किंग, हार्डवेयर, साइबर क्राइम इन्वेस्टीगेशन, ऑटोमेशन का नॉलेज है। लेकिन उसने अपनी स्किल्स का इस्तेमाल चोरी करने और अपराध करने में किया।