लखबीर सिंह की हत्या करने पर निहंग गुरु ने जो कहा वो सुनकर गुस्सा आता है
सिंधु बॉर्डर पर गुरु ग्रन्थ साहेब की कथित बेअदबी के मामले में निर्दयतापूर्वक जान से मार दिए गए लखबीर सिंह को लेकर निहंग नेता ने ऐसी बात कह दी है जिसे सुनकर ही गुस्सा आने लगता है। निहंग नेता ज्ञानी शशर सिंह ने इस घटना के बाद कहा है कि धर्म की रक्षा बिना ताकत के नहीं हो सकती, पहले भी गुरुग्रंथ साहेब की बेअदबी के मामले आये थे जिसके बाद हमने गुनहगारों को पुलिस के हवाले कर दिया था लेकिन पुलिस ने उन्हें कुछ दिन बाद छोड़ दिया, इसी लिए इस बार हमने सबक देने के लिए गुनाह करने वाले को बराबर सज़ा दी। आपको बता दें की सिंघु बॉर्डर में पुलिस बैरिकेट में एक युवक की अधकटी लाश लटक रही थी ,वो दृश्य इतना भयावह था की देखने वालों की रूह काँप उठी मारे गए व्यक्ति के आस पास निहंग सिख घूम रहे थे।
सख्त सन्देश नहीं दिया तो लोग मनमानी करेगें
शमशेर सिंह ने कहा कि धर्मं की रक्षा करने के लिए ताकत का इस्तेमाल करना चाहिए, हिन्दू भी धर्म की रक्षा करने के लिए तलवार उठाते है, अगर सख्त सन्देश नहीं दिया जाएगा तो लोग मनमानी करने लगेंगे अपनी मनमर्जी चलाएगें, जो हुआ वो ज़रूरी था अब कोई ऐसी हिम्मत दोबारा नहीं करेगा। गुरुग्रंथ साहेब की बेअदबी करने से बड़ा गुनाह कुछ नहीं है गुनाह जितना बड़ा सज़ा भी उतनी ही बड़ी होगी। ये घटना को मिसाल के तौर पर अंजाम दिया गया है अब गुरु ग्रन्थ साहेब के ऊपर कोई आंख उठा कर देखेगा तो हम उसे ऐसा ही प्रसाद देंगे।
लखबीर पैसे लेकर बेअदबी करता था ?
लखबीर सिंह के शरीर के अंगों को काट काट कर उसका शव बेरिकेट में चढ़ा देने वाले निहागों ने आरोप लगाया है कि लखबीर सिंह को एक साज़िश के तहत गुरु ग्रन्थ साहेब की बेअदबी करने के लिए भेजा गया था उसे इसके लिए 30 हज़ार रुपए दिए गए थे। जहाँ घोड़ो की सेवा कर रहे निहंग उसे पकड़ लिए और घसीटते हुए पंडाल के पास ले गए।
लखबीर सिंह की 3 बेटियां हैं
लखबीर सिंह का कोई पिछला क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं था, मृतक की 8,10 और 13 साल की तीन बेटियां है, निहंगों ने उसकी पांचों उँगलियाँ काट दी , गर्दन में तलवार फेर दी ,और हथेली को काट काट फेक दिया था। लखबीर सिंह सिर्फ 35 साल का था , लखबीर के पिता हरनाम सिंह ने उसे 6 माह की उम्र में गोद लिया था। हरनाम सिंह असल में लखबीर के फूफा है बचपन में ही मृतक के माता पिता का की मौत हो गई थी, लखबीर सिंह मजदूरी करता था उसके खिलाफ कहीं भी आपराधिक रिकॉर्ड नहीं थे. लखबीर की बहन कहती है की वो खुद निहंगों के साथ उठता बैठता था, किसी ने उसे बहकाया है। फ़िलहाल पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है जबकि निहंग ग्रुप ने इस घटना की ज़िम्मेदारी ली है।