छतरपुर

MP News: प्रधानमंत्री सड़क का इतना घटिया निर्माण कि हाथों से निकाल सकते हैं डामर व गिट्टी

Sanjay Patel
20 Nov 2022 5:06 PM IST
MP News: प्रधानमंत्री सड़क का इतना घटिया निर्माण कि हाथों से निकाल सकते हैं डामर व गिट्टी
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प्रधानमंत्री सड़क निर्माण के दौरान ठेकेदार ने गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया। हाथ डालने पर ही यह सड़क उखड़ रही है तो आवागमन पर क्या हालत होगी इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।

MP Chhatarpur News: प्रधानमंत्री सड़क निर्माण के दौरान ठेकेदार ने गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया। चार दिन पूर्व अत्यंत घटिया तरीके से कराए गए इस सड़क निर्माण का डामर व गिट्टी हाथ से निकाला जा सकता है। हाथ डालने पर ही यह सड़क उखड़ रही है तो आवागमन पर क्या हालत होगी इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। ठेकेदार द्वारा कराए गए घटिया निर्माण का जहां ग्रामीणों ने विरोध किया है तो वहीं इसके वीडियो भी वायरल किए गए हैं। मामला छतरपुर जिले के हरपालपुर में ग्राम पंचायत सरसेड़ से चपरन गांव तक बनाई जा रही प्रधानमंत्री सड़क का है।

अभी तक नहीं थी पक्की सड़क

प्रधानमंत्री सड़क योजना के अंतर्गत आजादी के 76 सालों बाद इस गांव के लोगों को पक्की सड़क नसीब हो रही है। ग्राम पंचायत सरसेड़ से चपरन गांव तक लगभग तीन किलोमीटर लंबी प्रधानमंत्री सड़क का निर्माण किया जा रहा है। बताया गया है कि ठेकेदार द्वारा लगभग एक किलोमीटर तक सड़क का निर्माण कर लिया गया है। किन्तु ग्रामीणों का कहना है कि चार दिन पूर्व डाले गए डामर की यह हालत है कि हाथ डालते ही डामर व गिट्टी बाहर निकलने लगती है। ग्रामीणों की मानें तो सड़क के बेस बनाने में भी निर्माण के मानकों का पालन ठेकेदार द्वारा नहीं किया गया और जो डामर भी डाला गया है वह भी मिलावटी है।

ग्रामीणों ने की शिकायत

प्रधानमंत्री सड़क के घटिया निर्माण की शिकायत ग्रामीणों द्वारा मुख्यमंत्री हेल्प लाइन नंबर 181 पर की गई। जिसमें घटिया सड़क निर्माण कार्य रुकवाने की मांग की है। इसके साथ ही ग्रामीणों ने इसकी सूचना जिला कलेक्टर को भी दी है। ग्रामीणों का कहना है कि अभी तक यह पहुंचने के लिए पक्की सड़क नहीं थी। लोगों को पक्की सड़क का इंतजार था किंतु प्रधानमंत्री सड़क के घटिया तरीके से बनाए जाने के चलते ग्रामीण इसका विरोध कर रहे हैं। सूत्रों की मानें तो इसमें नियमों की भी धज्जियां उड़ाई जा रही हैं न तो सड़क निर्माण की अनुमानित लागत और न ही रोड की लंबाई व चौड़ाई के साथ ही कार्य करने वाली एजेंसी का नाम भी कहीं नहीं लिखा गया और न ही ऐसा कोई साइन बोर्ड ही लगाया गया है।

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