Soumya Chaurasia: सौम्या चौरसिया कौन हैं? छत्तीसगढ़ की राजनीति में क्यों हो रही इतनी चर्चा
Soumya Chaurasia Chhattigarh Kaun Hai | Soumya Chaurasia Biography: छत्तीसगढ़ में इन दिनों एक महिला अधिकारी की चर्चा जोरों से की जा रही है। यहां विगत दिनों आईटी के छापे के बाद राजनीतिक गलियारों में सरगर्मी तेजी हो गई है। सौम्या चौरसिया कथित रूप से ताकतवर अफसरों में शुमार हैं, जो एक बार फिर से चर्चा में हैं।
गत दिनों सौम्या चौरसिया समेत प्रदेश के कई बड़े लोगों के ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापा मारा था। इस दौरान सौम्या के अलावा सत्ताधारी दल के करीबी सूर्यकांत तिवारी के यहां भी टीम ने छापा मारा था। छापेमारी के बाद सूर्यकांत तिवारी ने आयकर विभाग पर कई आरोप भी लगाए।
उन्होंने कहा था कि आईटी के अधिकारी मुझे महाराष्ट्र की तरह विधायक तोड़ने के लिए कह रहे थे। सूर्यकांत तिवारी द्वारा यह आरोप भी लगाया था कि सौम्या चौरसिया का नाम भी लेने के लिए उनसे कहा जा रहा था। तो आइए जानते हैं कि सौम्या चौरसिया कौन हैं? इनकी चर्चा चारों ओर क्यों की जा रही है?
Soumya Chaurasia Biography: कौन हैं सौम्या चौरसिया?
सौम्या चौरसिया का जन्म छत्तीसगढ़ के भिलाई में हुआ। यहीं से इन्होंने ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई की। अधिकांश लोग यह सोचते हैं कि वह एक आईएएस अधिकारी हैं। दरअसल सीएम ऑफिस में उच्च पद पर होने के कारण लोग उन्हें आईएएस समझ बैठते हैं। सौम्या 2008 बैच की पीसीएस अधिकारी हैं। उनके पति का नाम सौरभ मोदी है। सौभ्या विभिन्न महत्वपूर्ण पदों का दायित्व संभाल चुकी हैं। सौम्या अभी सीएमओ में पदस्थ हैं। जबकि इसके पूर्व वह बिलासपुर जिले के पेंड्रा और बिलासपुर, दुर्ग, भिलाई व पाटन में एसडीएम भी रह चुकी हैं।
आयकर विभाग ने मारा था छापा
छत्तीसगढ़ में पदस्थ सौभ्या चौरसिया की गिनती शासन के करीबी अफसरों में की जाती हैं। ऐसा नहीं है कि वह छग की राजनीति में पहली बार हॉट केक बनी हैं। कुछ वर्ष पहले भी उनके ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापामार कार्रवाई की थी। जिसमें करोड़ रुपए की संपत्ति का खुलासा भी हुआ था। इसके बाद जुलाई 2022 में पुनः उनके ठिकानों पर कार्रवाई की गई थी। इस छापामार कार्रवाई के दौरान क्या कुछ मिला इस बारे में आधिकारिक रूप से आयकर विभाग द्वारा कोई जानकारी दी गई।
Soumya Chaurasia अपर आयुक्त का संभाल चुकी हैं दायित्व
सौम्या चौरसिया छत्तीसगढ़ सरकार में कई महत्वपूर्ण पदों का दायित्व निर्वहन कर चुकी हैं। वर्ष 2016 में उन्हें रायपुर नगर निगम में अपर आयुक्त की जिम्मेदारी दी गई थी। तब वह वित्त, सामान्य प्रशासन जैसे विभागों का प्रभार संभालती रही हैं। कुछ वर्षों से वह राज्य शासन में मुख्यमंत्री की उपसचिव हैं। इन पर कुछ वर्ष पूर्व इनकम टैक्स की कार्रवाई भी की गई थी।
आयकर ने 30 से अधिक स्थानों पर चलाया था सर्च अभियान
विगत 30 जून को कोयला परिवहन और उससे जुड़े व्यवसाय वाले एक समूह पर तलाशी और जब्ती अभियान आयकर विभाग ने प्रारंभ किया था। जिसमें 30 से अधिक घर और कार्यालयों में सर्च अभियान चलाया गया। आयकर की टीम ने रायपुर, भिलाई, रायगढ़, कोरबा, बिलासपुर और सूरजपुर जिले में सर्च अभियान चलाया था। आयकर ने रायपुर में अनुपम नगर स्थित सूर्यकांत तिवारी, कोरबा के ट्रांसपोर्टर और कोयला व्यवसायी हेमंत जायसवाल के पुरानी बस्ती स्थित आवास, महासमुंद में लक्ष्मीकांत तिवारी और ठेकेदार अजय नायडू, रायगढ़ के जय अंबे ट्रांसपोर्ट कंपनी के संचालक रिंटू सिंह के आशीर्वादपुरम कॉलोनी स्थित घर व कार्यालय और भिलाई स्थित सूर्या रेसीडेंसी स्थित मुख्यमंत्री की उप सचिव सौम्या चौरसिया के घर पर छापा मारा था।
भाजपा ने लगाया था बड़ा आरोप
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ के कुछ शहरों में 30 जून को इनकम टैक्स रेड में करोड़ों के अवैध लेन-देन के साक्ष्य मिले हैं। इसके अलावा 9 करोड़ नकदी और आभूषण भी जब्त किए गए हैं। उन्होंने कहा कि कारोबारियों के पास से अवैध लेन-देन के दस्तावेज और डिजिटल सबूत पाए गए हैं। जिससे यह समझ में आता है के कोरबा में जमीन की खरीद फरोख्त में करोड़ों रुपए के काले धन का उपयोग करके कोल वाशरी बनाई जा रही है।
कांग्रेस का पलटवार
भाजपा के आरोप पर कांग्रेस मीडिया प्रभारी सुशील आनंद शुक्ल ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि रमन सिंह के बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि छत्तीसगढ़ में पड़े आईटी छापे भाजपा के देशव्यापी राजनैतिक अभियान का हिस्सा है। भाजपा जहां पर अपने विरोधी दलों से राजनैतिक रूप से नहीं निपट पाती वहां पर आयकर, ईडी, सीबीआई जैसी केन्द्रीय एजेंसियों को आगे कर देती है। उन्होंने कहा कि आईटी ने छापामार कार्रवाई की है यदि कुछ गलत पाया गया तो आयकर टीम विधि सम्मत कार्रवाई को अंजाम देगी।