Cryptocurrency के मार्केट कैप में क्या वर्ष 2030 तक आएगा 100 गुना उछाल? जानिए विशेषज्ञों की राय
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विगत दो वर्षों में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) काफी लोकप्रिय हो चुका. इसके पीछे की वजह ये है कि इसने इन्वेस्टर्स को बहुत कम समय में मल्टी बैगर रिटर्न दिया है. कोरोना के चलते विश्व के सेंट्रल बैंकों ने खूब पैसा बनाया और इस धन को डिजिटल करेंसी (Digital Currency) में इन्वेस्ट Invest) किया गया. लेकिन हो सकता है 2022 में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में करेक्शन का दौर आए.
इकोनॉमिक मीडिया रेपोर्ट्स के अनुसार राउल पॉल जो कि रियल विजन के सीईओ और गोल्डमैन सैक्श के पूर्व एंप्लॉयी हैं, का कहना है कि वर्ष 2030 तक क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप आज की तुलना में 100 गुना अधिक होगा. वर्तमान की बात करें तो इस समय क्रिप्टोकरेंसी का कुल मार्केट कैप है 2 ट्रिलियन डॉलर से थोड़ा अधिक.
राउल पॉल के अनुसार, "आने वाले वर्ष 2030 तक ये मार्केट कैप 250 ट्रिलियन डॉलर को पार कर जाएगा." इस तरह क्रिप्टोकरेंसी सबसे ज्यादा ग्रोथ करने वाली एक असेट क्लास होगी. आधुनिक समय में बॉन्ड मार्केट, ग्लोबल इक्विटी मार्केट, रियल एस्टेट का कुल मिलकर मार्केट कैप है करीब 250-350 ट्रिलियन डॉलर के बीच.
मार्केट कैप में आया है 25-30 % का करेक्शन
मार्केट विश्लेषकों की माने तो अभी क्रिप्टोकरेंसी के मार्केट कैप में 25-30 % तक का करेक्शन आया है. जो कि 2 ट्रिलियन डॉलर के नजदीक है. खबरों के अनुसार, अब पूरी संभावना है कि आने वाले दिनों में लोग क्रिप्टोकरेंसी को ज्यादा से ज्यादा अपनाएंगे. अगले 10 सालों की बात करें तो इस दौरान ये एक टॉप असेट क्लास होगा. इन्वेस्टर्स को यहां रिटर्न गोल्ड या इक्विटी की अपेक्षा ज्यादा रिटर्न मिलेगा.
जरूरी है 350 करोड़ का यूजर बेस
पॉल के अनुसार यदि 2030 तक ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी उपयोगकर्ताओं की संख्या 350 करोड़ तक पहुंच गई तो इस दशां में मार्केट कैप हर वर्ष 250 ट्रिलियन डॉलर को क्रॉस करेगा. इस संभावना को लेकर विक्रम सबबूरज, जो कि Giottus Cryptocurrency Exchange के को-फाउंडर होने के साथ साथ सीईओ भी हैं, का कहना है कि ये उस स्थिति में जब क्रिप्टोकरेंसी को वैश्विक स्तर पर सरकारों और इंस्टिट्यूशन्स की तरफ से मान्यता दी जाए.