इस रत्न को पहनते की सूर्य की तरह चमकने लगती है किस्मत, चिंता पूरी तरह हो जाती है खत्म
रत्न। ज्योतिष विद्र के अनुसार रत्नों का जीवन में बेहद महत्वं है। रत्नों को धारण करने जीवन आने वाली समस्याओं से छुटकारा मिलता है। रत्नों में से सूर्य का उप रत्न गार्नेट है। जानकार इस रत्न को पहनने की सलाह देते है। सूर्य के उपरत्न के रूप में गार्नेट धारण किया जाता है। इस रत्न को पहनने से कई तरह के लाभ होते है।
गार्नेट रत्न के लाभ
रत्न शास्त्र में सूर्य के लिए माणिक्य के अलावा गार्नेट भी एक प्रभावशाली रत्न है। इसे रक्तमणि या तामड़ा के अन्य नामों से जाना जाता है। यह रत्न देखने में गहरा लाल होता है। सूर्य ग्रह के अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए गार्नेट धारण किया जाता है।
यह रत्न बीमारियों को दूर करने के साथ ही शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। इससे व्यक्ति का आत्मविश्वास मजबूत होता है। आंखों की रोशनी के लिए भी गार्नेट लाभकारी माना गया है। मानसिक चिंता दूर करने में भी यह रत्न सहायक माना गया है।
इन्हे धारण करना चाहिए गार्नेट
ज्योतिष के मुताबिक जिस व्यक्ति की कुंडली में सूर्य कमजोर हो उसे गार्नेट धारण करना चाहिए। इसके प्रभाव से सूर्य मजबूत होता है। जिससे नौकरी में आ रही समस्या का समाधान होता है।
ज्योतिष विद्र बताते है कि गार्नेट रत्न को अनामिका अंगुली में तांबे या सोने की धातु में बनवाकर किसी महीने की शुक्ल पक्ष के रविवार के दिन सुबह धारण करना चाहिए। साथ ही इस रत्न को गाय के कच्चे दूध और गंगा जल से शुद्ध कर पूजा-पाठ करने के बाद ही पहनना शुभ माना गया है।
नोट- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। रीवा रियासत न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता है।