किसानों के लिए ड्रोन का उपयोग होगा बेहद फायदेमंद, तीन बड़ी कंपनियां कर रही कार्य
कृषि क्षेत्र में हो रहे नवाचार किसानी को बढ़ावा देने मे मील का पत्थर साबित हो रहे हैं। इसी कड़ी में अब कृषि मंत्रालय, सीआइबी और आरसी कृषि क्षेत्र में तेजी से कार्य कर रहे हैं। फसल स्वास्थ्य निगरानी एवं मिट्टी में पोषक तत्वों का छिड़काव सहित जरूरी कार्यों में ड्रोन के उपयोग के संबंध में तेजी से कार्य किए जा रहे हैं। आने वाले समय में किसानी में ड्रोन के उपयोग से अपार सफलता मिलने की संभावना है।
ड्रोन परीक्षण के लिए दिया गया आवेदन
जानकारी के अनुसार कृषि क्षेत्र में ड्रोन के उपयोग में लाने के लिए देश की तीन बड़ी कंपनियां जिसमें डीपीपीक्यूएस के तहत केंद्रीय कीटनाशक बोर्ड तथा पंजीकरण समिति को 8 फसल संरक्षण कंपनियों से ड्रोन के परीक्षण की अनुमति के लिए आवेदन किया गया है।
किसानों के लिए सस्ते साबित होंगे ड्रोन
क्रॉप लाइफ इंडिया और गैर लाभकारी संस्था थिंकएजी द्वारा एक उद्योग गोलमेज सम्मेलन के वर्चुअल आयोजन किया गया था। जिसने अच्छा करते हुए डायरेक्टरेट ऑफ प्लांट प्रोटक्शन क्वॉरेंटाइन एंड स्टोरेज के सीनियर ऑफिसर रवि प्रकाश ने कहा कि किसानों के लिए ड्रोन बेहतर उत्पादन के रूप में सहयोगी बनेगा। उन्होंने बताया के फसल स्वास्थ्य निगरानी एवं मिट्टी के पोषक तत्वों में छिड़काव जैसे महत्वपूर्ण कार्य ड्रोन के माध्यम से किए जा सकेंगे। इसमें किसानों को आने वाली लागत घटेगी।
आयात पर लगे प्रतिबंध
बैठक में उपस्थित ड्रोन फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष स्मित शाह ने कहां की ड्रोन के आयात पर लगाया गया प्रतिबंध सराहनीय और स्वागत योग्य है। क्योंकि इससे घरेलू ढूंढ निर्माण उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। जिससे देश में ही रोजगार के नए अवसर तैयार होंगे। साथ ही स्वदेशी ड्रोन के माध्यम से देश की किसानी को बल मिलेगा।