जापान समेत इन देशों में 6G पर ट्रायल शुरू: भारत में अब तक 5G नहीं, पीएम मोदी ने बताया कब लॉन्च होगा 6G
6g network technology
भारत में अब तक 5G पर काम चल रहा है. वहीं जापान समेत 5 देशों ने 6G नेटवर्क टेक्नोलॉजी (6G Network Technology) पर ट्रायल शुरू कर दिया है. 6G में इंटरनेट की स्पीड ऐसी होगी कि 1 सेकेंड में 57 HD मूवीज डाउनलोड हो सकेगी. जापान में 6G लॉन्च करने की तैयारी है. इसमें नोकिया, NTT डोकोमो और स्थानीय फुजित्सु कंपनी साथ मिलकर काम कर रही है. नोकिया ने दावा किया है कि 6G इंटरनेट सर्विस 5G से 100 गुना से भी ज्यादा तेज स्पीड से काम करेगी.
क्या है 6G, यह 5G से कैसे अलग है
6G टेक्नोलॉजी इंटरनेट नेटवर्क की छठवीं जनरेशन है. दावा किया जा रहा है कि 6G टेक्नोलॉजी में इंटरनेट की स्पीड 1 Tbps या 8000 Gbps हो सकती है. जिसमें 1 सेकंड में 57 HD मूवीज डाउनलोड हो सकेगी. इतना ही नहीं एक किलोमीटर लंबे और एक किलोमीटर चौड़े क्षेत्र में 5G की तुलना में 6G के जरिए 10 गुना ज्यादा डिवाइस को एक साथ कनेक्ट करना संभव होगा. अगर स्पीड की बात करें तो 5G की इंटरनेट स्पीड 10 Gbps है जबकि 6G की स्पीड 10000 Gbps है.
TOI रिपोर्ट के मुताबिक यूजर्स 6G टेक्नोलॉजी शुरू होने के बाद एक सेकेंड में 142 घंटे का हाई-क्वालिटी वीडियो डाउनलोड कर सकेंगे. मान लें कि एक HD क्वालिटी मूवी औसत 2.5 घंटे की होती है तो इस हिसाब से 6G के आने से 1 सेकेंड में करीब 57 फिल्म डाउनलोड होंगी.
भारत में 5G की क्या स्थिति है?
भारत अभी इंटरनेट की दुनिया में पीछे चल रहा है. बहुत से स्थानों में अभी तक 4G ही नहीं पहुंच पाया है. जबकि भारत में 5G पर काम चल रहा है. भारत में 5G इंटरनेट सेवा शुरू करने के लिए तीन बड़ी प्राइवेट टेलिकॉम कंपनी भारती एयरटेल, रिलायंस जियो और वोडाफोन-आइडिया काम कर रही हैं. भारत सरकार इस साल 15 अगस्त के मौके पर 5G नेटवर्क को लाइव देखना चाहती है.
भारत में 6G लॉन्चिंग के बारे में पीएम मोदी ने क्या कहा?
हाल ही में टेलीकॉम ऑथरिटी ऑफ इंडिया यानी TRAI के सिल्वर जुबली के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी ने अगले 8 साल में 6G इंटरनेट सर्विस देश में लॉन्च करने का दावा किया है. पीएम मोदी ने कहा कि इस दशक के अंत तक यानी 2030 तक देश में 6G के लॉन्च (6G Launching in India) होने की संभावना है. उन्होंने कहा कि देश के आमलोगों तक अल्ट्रा हाई स्पीड इंटरनेट पहुंचाने के लिए देश में 6G लॉन्च करना जरूरी है. प्रधानमंत्री ने दावा किया है कि भारत सरकार ने इसपर काम करना भी शुरू कर दिया है.
6G पर इन देशों ने काम शुरू किया
6G टेक्नोलॉजी पर काम करने वाला सिर्फ जापान ही नहीं है. इसके अलावा भी 4 देश ऐसे हैं जो 6G टेक्नोलॉजी पर तेजी से काम कर रहें हैं. जिनमें चीन, अमेरिका, साउथ कोरिया, यूरोप शामिल हैं. इन सभी देशों ने 6G टेक्नोलॉजी के लिए 2030 तक का टारगेट रखा है.
6G शुरू होने से लोगों की जिंदगी में क्या कुछ बदल जाएगा?
- इसके जरिए ऑटोमिक तरीके से मेट्रो और दूसरी गाड़ियों को बिना ड्राइवर आसानी से ऑपरेट करना संभव होगा.
- वर्चुअल रियलिटी और रोबोट का इस्तेमाल न सिर्फ 6G के आने से बढ़ेगा बल्कि इस इंडस्ट्री में ग्रोथ की संभावनाएं भी तेजी से बढ़ेंगी.
- 6G लागू होने से दुनिया भर में क्या बदलेगा? इस सवाल के जवाब में नोकिया के सीईओ पेक्का लंडबर्ग कहते हैं कि 6G के लागू होने के बाद दुनिया भर में स्मार्टफोन का महत्व कम जाएगा. स्मार्टफोन का इस्तेमाल जारी रहेगा, लेकिन लोग इसे नए अपडेटेड फॉर्म में यूज करने लगेंगे.
- उन्होंने कहा, 'स्मार्टफोन का इस्तेमाल भले ही होते रहेगा लेकिन हमारे बीच 'साइबॉर्ग' और 'ब्रेन कंप्यूटर' जैसी टेक्नोलॉजी होगी. ये टेक्नोलॉजी सीधे हमारे शरीर से जुड़ी होगी.'
- 'साइबॉर्ग' का मतलब यह है कि चिप्स और दूसरी टेक्नोलॉजी को इंसान के शरीर में फिट किया जा सकता है. पेक्का लंडबर्ग दावा करते हैं कि इस टेक्नोलॉजी के जरिए इंसान के बॉडी पार्ट को किसी मशीन के जरिए रिप्लेस किया जा सकता है.
नेटवर्क टेक्नोलॉजी में क्या है 'G'
नेटवर्क टेक्नोलॉजी में इस्तेमाल होने वाले 'G' का मतलब है जनरेशन. जैसे पहले जनरेशन को 1G कहा जाता है, दूसरे को 2G, ऐसे ही अब छठीं जनरेशन यानि 6G के लिए काम चल रहा है.
कब-कब अपग्रेड हुई नेटवर्क टेक्नोलॉजी
- G (1G) 1979 में शुरू हुआ था. इसमें 2.4 Kbps की इंटरनेट स्पीड मिलती थी
- 1991 में 2G लॉन्च हुआ, इंटरनेट स्पीड बढ़कर 64 Kbps हो गई.
- 1998 में 3G लॉन्च किया गया.
- 2008 में 4G लॉन्च हुआ.
- 2019 में 5G इंटरनेट लॉन्च किया गया. (भारत में अब तक 5G इंटरनेट की सुविधा का लाभ आम लोगो को नहीं मिल सका है)