Credit Card का उपयोग करते हुए बरतें यें सावधानियां
क्रेडिट कार्ड (credit card) एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है। जिसके उपयोग से आपकों खरीदारी करने में सहायता मिलती है। इसके साथ आपको क्रेडिट कार्ड से रिवार्डस (credit card rewards) और बेनिफिट्स (benefits) हासिल करने का भी मौका मिलता है। क्रेडिट कार्ड का उपयोग सही तरीके से करने पर आपको भविष्य में लोन पर बेहतर ऑफर्स के साथ एक मजबूत क्रेडिट स्कोर भी बना सकते हैं। लेकिन क्रेडिट कार्ड को अगर लापरवाही एवं गैर जिम्मेदारी के साथ उपयोग करने पर आपको अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इस आर्टिकल में बताएंगे कि क्रेडिट कार्ड का उपयोग कैसे करें।
Credit Card से कैश निकालना
क्रेडिट कार्ड से कैश निकालने पर एक चार्ज नहीं बल्कि 2 चार्जेज लगते हैं। कैश निकालने पर 3.5 फ़ीसदी तक के कैश एडवांस फीस और 23 फ़ीसदी एवं 49 फिसदी सालाना के फाइनेंस चार्जेज लगते हैं। यह चार्ज कैश निकालने की तारीख से लेकर उसे चुकाने तक लगते हैं। इसलिए आप क्रेडिट कार्ड से कैश विड्रोल करते है उसे जल्दी नहीं भरते हैं, तो आप पर कैश निकालने के लिए भारी चार्ज भरना होगा।
इंट्रस्ट फ्री पीरियड अवधि
क्रेडिट कार्ड ट्रांजैक्शन और भुगतान की बकाया तारीख के बीच की अवधि इंट्रस्ट फ्री पीरियड अवधि होती है। यह अवधि सामान्य तौर पर 18 से 55 दिन के बीच की होती है। इस अवधि के दौरान किए गए क्रेडिट कार्ड ट्रांजैक्शन पर चार्ज नहीं लगता है। अधिकतम लाभ लेने के लिए आप अपनी खरीदारी को इंट्रस्ट फ्री पीरियड के अनुसार करें।
क्रेडिट स्कोर (credit score) पर असर
आप अपने क्रेडिट कार्ड से खर्च कुल उपलब्ध क्रेडिट लिमिट के करीब 40 फीसदी के नजदीक रखें। अगर आप नियमित तौर पर अपने क्रेडिट कार्ड (credit card) का उपयोग उपलब्ध अधिकतम क्रेडिट लिमिट (credit limit) तक करते हैं, तो इससे आपके क्रेडिट स्कोर (credit score) पर असर पड़ता है।
न्यूनतम राशि का करें भुगतान
आप ध्यान रखें कि क्रेडिट कार्ड्स पर फाइनेंस चार्ज बहुत अधिक होते हैं। जब कार्डधारक केवल न्यूनतम बकाया राशि का भुगतान करते हैं, जो उसके बकाया बिल का छोटा हिस्सा होता है, तो उन्हें लेट पेमेंट चार्जेज का भुगतान नहीं करना पड़ेगा। यह आमतौर पर 5 फ़ीसदी से के करीब होता है। यह करने से आपका क्रेडिट कार्ड भी एक्टिव रहता है। लेकिन इससे आप की बकाया राशि तेजी के साथ बढ़ती है। क्योंकि जिस राशि का भुगतान नहीं हुआ है, उस पर रोजाना के आधार पर फाइनेंस चार्ज लगता है।