2022 के बजट में दी जाएगी टिकाऊ इकोनोमिक रिकवरी को प्राथमिकता, पैदा होंगे नए रोजगार: निर्मला सीतारमण
सोमवार को हमारे देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मुंबई में इंडस्ट्री के लोगों से चर्चा की और कहा कि केंद्रीय बजट 2022-23 की प्रमुख प्राथमिकता थी आर्थिक विकास का पुनरुद्धार। बातचीत के दौरान वित्तमंत्री ने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण चीज है वसूली, हमें अपना ध्यान इसी पर केंद्रित करना चाहिए।
क्या है केंद्र का लक्ष्य?
वित्त मंत्री निर्मला सितरमण ने बताया कि भारत की सरकार का एक मात्र लक्ष्य है टिकाऊ पुनरुद्धार। सार्वजनिक बुनियादी ढांचे की योजना को चालू रखने के लिए वित्त वर्ष 2023 के बजट ने पूंजीगत व्यय को बढ़ाकर 7.5 लाख करोड़ रुपये कर दिया है, हुई वृद्धि 35.4 प्रतिशत है। आपको बता दें कि ये बजट न केवल निजी भागीदारी बढ़ाएगा बल्कि अर्थव्यवस्था में नए रोजगार भी उत्पन्न करेगा। वित्त मंत्री ने ये भी कहाँ बुनियादी ढांचे पर व्यय करने हेतु बजट के प्रस्तावों से देश की अर्थव्यवस्था पर गुणात्मक प्रभाव भी पड़ेगा। बजट उस समय तैयार हुआ है जब देश की अर्थव्यवस्था कोरोना महामारी के प्रभाव से उबर रही है।
महत्वपूर्ण है नवोन्मेषण को बढ़ावा देना
वित्त मंत्री ने बातचीत के दौरान यह भी कहा कि इस बजट में जोर डिया गया है आर्थिक वृद्धि के पुनरद्धार पर । इतना ही नहीं सितारमण के अनुसार सरकार नवोन्मेषण को सपोर्ट करना चाहती है। इतना ही नहीं सरकार के द्वारा स्टार्टअप कंपनियों को समर्थन मिलना जारी रहेगा। आज टेक्नोलॉजी की बदौलत लोगों के घरों तक पहुंचना और उनके खातों में पैसा देना आसान हो गया है। इसके अलावा, खेती, केंद्र शिक्षा क्षेत्र, और अन्य क्षेत्रों के लिए टेक्नोलॉजी पर सरकार द्वारा ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।