रूह अफ़ज़ा की कहानी: भारत में हुआ था Rooh Afza का अविष्कार? देश के बंटवारे ने इस कंपनी के टुकड़े कर दिए थे
रूह अफ़ज़ा शर्बत की कहानी: दिल्ली हाईकोर्ट ने पाकिस्तानी रूह अफ़ज़ा को अमेज़ॉन पर बेचने पर आपत्ति जताई है. Delhi HC ने Amazon को Made In Pakistan Rooh Afza को तत्काल भारत में बेचने पर पाबंदी लगा दी है. हमदर्द नेशनल फाउंडेशन और हमदर्द दवाखाना यानी, हमदर्द लैबोरेटरीज इंडिया की एक याचिका की सुनवाई के दौरान ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन इंडिया को पाकिस्तान निर्मित रूह अफजा को बेचने से रोक दिया है.
ऐसे में सवाल उठता है कि रूह अफ़ज़ा भारत का है या पाकिस्तानी है? रूह अफ़ज़ा का अविष्कार भारत में हुआ या पाकिस्तान में? और यदि रूह अफ़ज़ा बनाने वाली कंपनी भारतीय है तो कोर्ट ने इसकी बिक्री पर बैन क्यों लगाया?
रूह अफ़ज़ा शर्बत भारतीय है या पाकिस्तानी
रूह अफ़ज़ा का प्रोडक्शन भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश में होता है. रूह अफ़ज़ा का अविष्कार भारत में ही हुआ था. ये बात आज़ादी से पहले की है. लेकिन 1947 में जब देश दो हिस्सों में विभाजित हुआ तो ये कंपनी भी दो यूनिट में बंट गई. हमदर्द कंपनी शुरू करने वाले हकीम हाफिज अब्दुल मजीद के परिजन अलग-अलग देशों में रहकर रूह अफ़ज़ा की एक-एक यूनिट का काम संभालते हैं.
हकीम हाफिज अब्दुल मजीद पहले सिर्फ दवा खाना संचालित करते थे. एक वक़्त ऐसा आया कि दिल्ली के लोग खासकर बच्चे लू की चपेट में पड़ गए. ऐसे में हाकिम ने यूनानी पद्धति से एक दवा बनाई। जिसे बाद में रूह अफ़ज़ा नाम दिया गया. हाकिम ने अपने दवाखाने को 1920 में हमदर्द कंपनी में तब्दील कर दिया
हकीम हाफिज अब्दुल मजीद के दो बेटे थे.अब्दुल हमीद और मोहम्मद सईद. हाकिम के गुजरने के बाद और 1947 में देश का बंटवारा होने के बाद हमदर्द दो हिस्सों में बांट दी गई। हकीम अब्दुल भारत में रुक गए और हकीम मोहम्मद पाकिस्तान चले गए. 1971 से पहले जब बांग्लादेश पाकिस्तान का हिस्सा था तब वहां भी पाक में बनने वाला रूह अफ़ज़ा पहुंच गया. और पाकिस्तान से बांग्लादेश अलग होने के बाद रूह अफ़ज़ा की तीसरी यूनिट बन गई
भारत में जो कंपनी रूह अफ़ज़ा बेचती है वो हमदर्द नेशनल फाउंडेशन कंपनी की है, पाकिस्तानी रूह अफ़ज़ा हमदर्द लेबोरेट्रीज (वक्फ) की है. दिल्ली HC ने पाकिस्तानी रूह अफ़ज़ा की भारत में बिक्री को लेकर प्रतिबंध लगाया है.