Story of Dev Raturi: चीन के स्कूल में पढाई जाती है उत्तराखंड के देव रतूड़ी की कहानी! कभी वेटर थे और आज मालिक
Who Is Dev Raturi: देव रतूड़ी ऐसा नाम है जिसे सुनकर चीन के लोग खुश हो जाते हैं. देव रतूड़ी इंडियन हैं लेकिन चीन में उन्हें सुपरस्टार बुलाया जाता है. उत्तराखंड टिहरी गढ़वाल के छोटे से गांव केमरिया से निकले देव रतूड़ी की कहानी चीन के स्कूली बच्चों को पढाई जाती है.
कौन है देव रतूड़ी
देव रतूड़ी एक चाइनीज-इंडियन एक्टर हैं और रेटोरेन्ट के मालिक हैं. इंडिया में काम नहीं मिलने के बाद वो चीन चले गए थे. जहां सालों तक मेहनत करने के बाद उन्हें सफलता मिली। चीन के स्कूल में उनकी लाइफ स्टोरी को गरीब से अमीर बनने की इंस्पिरेशनल स्टोरी के तौर पर 7th क्लास के सिलेबस में शामिल किया गया है।
देव रतूड़ी की कहानी
देव रतूड़ी एक चीनी बिजनेसमैन और एक्टर हैं. लेकिन केमरिया गांव से चीन पहुंचने का सफर इतना आसान भी नहीं था. देव बचपन से ही ब्रूस ली और जैकी चैन के फैन थे. वो ब्रूस ली को अपना आदर्श मानते थे. इसी लिए उन्होंने कराटे की ट्रेनिंग ली. कद-काठी अच्छी थी, वो दिखते भी मॉडल की तरह थे और एक्शन जानते थे इसी लिए उन्होंने एक्टिंग लाइन में अपना करियर बनाने की ठानी लेकिन बॉलीवुड फिल्मों के कई ऑडिशन देने के बाद भी उन्हें कोई काम नहीं मिला
2005 में देव चीन चले गए और यहां एक इंडियन रेस्टोरेंट में वेटर का काम करने लगे. कुछ सालों बाद एक छोटा का रेस्टोरेंट शुरू किया। एक दिन इस रेटोरेन्ट में चाइनीज फिल्म डायरेक्टर आए और उन्हें एक टीवी सीरीज में छोटा रोल ऑफर किया और यहीं से देव की निकल पड़ी
देव रतूड़ी की जीवनी
Biography Of Dev Raturi:देव ने 7 साल तक वेटर की नौकरी की, कुछ सालों बाद वो मैनेजर बन गए. 2011 में वो वापस इंडिया आए और ऋषिकेश में रहने वाली अंजलि से शादी की. वो वापस चीन लौट गए और 2013 में चीन के शहर शियान में अपना खुद का रेस्टोरेंट शुरू किया, 2017 में देव के ही रेस्टोरेंट में एक डायरेक्टर ने उन्हें नोटिस किया और अपनी सीरीज SWAT में काम दिया
इसके बाद देव ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा, वो अबतक 35 चाइनीज फिल्मो में काम कर चुके हैं और हॉलीवुड फिल्मों में भी रोल किए हैं. देव आज 8 रेस्टोरेंट्स के मालिक हैं, और बहुत ज्यादा पैसे कमाते हैं. लेकिन ये सब हासिल करना इतना आसान नहीं था.
1976 में जन्मे देव के पिता किसान थे, उनके 5 भाई-बहन थे. लाइफ उतनी आसान नहीं थी. पैसे कमाने के लिए देव 1993 में दिल्ली गए थे, और फिल्मों में हाथ आजमाने के लिए मुंबई भी गए मगर उन्हें उनकी असली मंजिल चीन में मिली
देव अपनी पत्नी और बच्चों के साथ चीन के शियान शहर में रहते हैं. वो कहते हैं कि चीन के लोगों ने उनकी बहुत मदद की है वो उनसे प्यार करते हैं. उन्होंने मुझे अपना लिया है. देव ने अपने गांव के 150 लोगों को रोजगार दिया है.