Mahindra को बेचनी पड़ी अपनी SsangYong Motor कंपनी, 12 साल में भी नहीं चला पाए बिज़नेस
SsangYong Motor company: देश की सबसे बड़ी मोटर कम्पनी के मालिक आनंद महिंद्रा को अपनी 12 साल पुरानी कंपनी बेचनी पड़ गई. आनंद महिंद्रा ने 12 साल पहले SsangYong Motor company का अधिग्रहण किया था लेकिन देश में SsangYong Motor की कार ज़्यादा डिमांडिंग साबित नहीं हुई, बल्कि इसकी शुरुआत से ही यह घाटे का सौदा रही. महिंद्रा&महिंद्रा ग्रुप को इस डील का काफी समय से इंतज़ार था और अंततः 254.56 बिलियन डॉलर में एक दक्षिण कोरिया की कंपनी ने खरीद लिया है
आनंद महिंद्रा काफी वक़्त से SsangYong Motor company को बेचना चाहते थे लेकिन कोई बायर नहीं मिल रहा था, वहीं जब कई दिनों तक कोई खरीदार नहीं मिला तो ये मामला कोर्ट में चला गया. जिसके बाद एक दक्षिण कोरिया की कम्पनी ने इसे अपने नाम कर लिया।
शुरुआत से ही लॉस में थी कंपनी
SsangYong Motor company में महिंद्रा का खूब पैसा लगा लेकिन कोई रिटर्न नहीं मिला। इसके बाद 2020 में कंपनी ने SsangYong Motor को बेचने का निर्णय लिया और इसमें आगे और पैसे ना लगाने का फैसला किया गया। साल 2020 के अंत में SsangYong Motor को 100 बिलियन के कर्ज के चलते बैंक करप्सी केस फाइल करने की जरूरत पद गई थी, महामारी ने कंपनी की स्थिति और बिगाड़ दी। गाडी की सेल लगातार कम होती गई कंपनी के शुरुआती 9 वर्षों में ही महिंद्रा&महिंद्रा को 238 बिलियन वॉन का लॉस झेलना पड़ा.
कई मालिकों के हाथ में गई SsangYong Motor company
आनंद महिंद्रा ने SsangYong Motor company को Daewoo Motors और SAIC से खरीदा था जबकि Daewoo Motors और SAIC ने खुद इसे 1988 में किसी और से खरीदा था, इसके बाद यह कंपनी अब नए मालिक के हाथ में चली गई है