सेबी ने दी मंजूरी! म्यूचुअल फंड के जरिए एक बार फिर से करें विदेशी शेयरों में निवेश
Sebi allows MFs to resume investing abroad: म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) के जरिए विदेशी शेयरों में निवेश करने वालों के लिए खुशखबरी है। क्योंकि बाजार नियामक सेबी (Sebi) ने म्यूचुअल फंडों को विदेशी शेयरों में निवेश की दोबारा मंजूरी दे दी है। हालांकि पूरी इंडस्ट्री अधिकतम 700 करोड़ डॉलर तक ही विदेशी शेयरों में निवेश कर पाएगी। यह मंजूरी बाजार नियामक ने ऐसे समय पर दी है जब विदेशी शेयरों की वैल्यू में भारी गिरावट आई है। एडेलवेइस म्यूचुअल फंड (Edelweiss Mutual Fund) ने आज से में निवेश स्वीकार करना भी प्रारंभ कर दिया है।
सेबी ने दिए ये निर्देश
म्यूचुअल फंड सेक्टर की नियामक संस्था एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (Association of Mutual Funds in India) को सेबी ने यह सुनिश्चित करने को कहा कि हर म्यूचुअल फंड 1 फरवरी 2022 के दिन के आखिरी में विदेशी निवेश सीमा तक ही निवेश कर सके। यानी म्यूचुअल फंड विदेशी शेयरों के लिए उतना ही निवेश ले सकते हैं जितने पर 1 फरवरी 2022 का लेवल क्रॉस न हो।
जानें, सेबी ने रोक क्यों लगाई
सेबी ने इस साल 2022 की शुरुआत में म्यूचुअल फंड हाउस (Mutual Fund House) को विदेशी शेयरों में पैसे लगाने वाली योजनाओं में नए सब्सक्रिप्शन पर रोक लगाने को कहा था। सेबी ने यह रोक लगाई थी क्योंकि म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के लिए विदेशी निवेश के लिए 700 करोड़ डॉलर की लिमिट क्रॉस हो रही थी। लेकिन अब सेबी ने इसके लिए फिर से मंजूरी दे दी है, क्योंकि वैश्विक शेयरों में गिरावट के चलते इंडस्ट्री का निवेश इस लिमिट से कम रह गया है। सेबी ने विदेशी शेयरों में निवेश के लिए म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री (Mutual Fund Industry) के लिए 700 करोड़ डॉलर का कैप रखा है जबकि विदेशी ईटीएफ में निवेश के लिए 100 करोड़ डॉलर का कैप।
इन योजनाओं का लगता है पैसा
विदेशी शेयरों में एशियन इक्विटी ऑफशोर फंड, यूएस टेक्नोलॉजी इक्विटी फंड आफ फंड आफ फंड, ग्रेटर चाइना इक्विटी ऑफशोर फंड, यूरोप डायनमिक इक्विटी ऑफशोर फंड, एमएससीआई इंडिया डॉमेस्टिक एंड वर्ल्ड हेल्थ केयर 45 इंडेक्स फंड जैसी योजनाओं का पैसा लगता है।