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Sagwan Farming Profit: सागवान की खेती से करोड़ों की होगी कमाई, जाने फार्मिंग टिप्स

Sagwan Farming Profit: सागवान की खेती से करोड़ों की होगी कमाई, जाने फार्मिंग टिप्स
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सागवान की खेती करने वालों के लिए सागौन किसी फिक्स्ड डिपोजिट जैसा है

Sagwan Farming: किसान अब लाखों नहीं करोड़ों कमाने की ओर अग्रसर हैं जिन किसानो ने अपने खेतों में सागौन की खेती करनी शुरू कर दी है वह कम समय में करोड़ों रूपये कमा रहे हैं। सागवान की खेती के लिए एक बार खेत को तैयार करना पड़ता है। उसे काटने के बाद अगर किसान चाहे तो दूसरी खेती शुरू कर सकता है। सागौन की कीमत दिनो दिन आसमान छूती जा रही है। देश में मांग के अनुरूप सागौन की आपूर्ति नहीं हो पा रही है।

देश में सागवान का उत्पादन कम ( Sagwan)

देश में कुल मांग की अपेक्षा मात्र 5 प्रतिशत ही सागवान का उत्पादन हो पाता है। देश में सागवान की मांग 180 करोड़ क्यूबिक फिट है। लेकिन इसके विपरीत उत्पादन मात्र 9 कारोड़ क्यूबिक फिट ही हो रहा है। ऐसे में किसान अगर सागवान की खेती करता है तो उसे पर्याप्त लाभ मिलता है। बहुत से लोगों ने अपने खेतों के किनारे सागवान की खेती शुरू कर दी है कुछ किसान तो पारम्परिक खेती को छोड़ कर अपने पुरे खेत में सागवान के ही पौधों को लगा दिया है।

सबसे उम्दा होती है सागवान की लकड़ी (Sagwan Wood)

लकड़ियों में सागवान की लकड़ी को सबसे उम्दा मान गया है। इसकी खासियत है कि यह हल्की होने के साथ ही बहुत मजबूत होती है। इसमें कीटो का प्रभाव भी कम पड़ता है। साथ ही इसे सबसे चिकनी लकडी होती है। इसकी कीमत भी बाजार में अन्य लकड़ियों की तुलना में ज़्यादा होती है।

कैसे करें किसान इसकी खेती (Sagwan Tree Farming)

सागवान की खेती करने के लिए किसान अपनी कम उपजाउ जमीन का भी उपायोग बेहतर कर सकते हैं। सबसे पहले किसानों को खेती की गहरी जुताई करनी होती है। इसके पहले सागवान की नर्सरी तैयार कर उसका रोपण अपने खेत में कर सकते हैं। मात्र तीन वर्ष तक इसकी देखभल करनी होती है। सागवान के पौधो को मवेशी भी नही खाते हैं। ऐसे में सागवान की देखरेख करने में ज्यादा परेशानी नही होती है। सागवान के पौधों का रोपण करने के लिए पौधो से पौधों के बीच की दूरी मात्र 8 से 10 फिट की दूरी रखनी चाहिए। एक एकड में करीब 500 से 700 पोधे लगाये जा सकते हैं। पौधे के बीच पर्याप्त फासला होने से उनकी देखरेख तथा निदाई और मिट्टी चढ़ाने में ज्यादा परेशानी नही होती है। साथ ही पौधों का विकास भी तेजी से होता है।

10 से 12 वर्ष में हो जाते हैं तैयार

अगर सागवान के पौधों की सही ढंग से देखभाल की जाये तो वह मत्र 10 से 12 वर्ष में पूरी तरह तैयार हो जाते हैं। एक तैयार पेंड की कीमत करीब 25 से 30 हजार रूपये होती है। ऐसे में किसान एक एकड में सागवान की खेती कर 10 से 12 वर्ष में करोड़ों रूपये कमा सकते हैं। कटाई के बाद भी सागौन का पेड़ बडी आसानी के साथ दोबारा तैयार हो जाता है। किसान को केवल यह देखना होता है कि नई शाखाएं आने पर केवल एक ही शाखा को बढने दिया जाय। अन्य शाखा को तोड़ देना चाहिए।

Abhijeet Mishra | रीवा रियासत

Abhijeet Mishra | रीवा रियासत

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