RBI Monetary Policy: रिजर्व बैंक बढ़ा सकता है ब्याज दरें, जानिए क्या कहती है रिपोर्ट..
Repo Rate Hike Latest Updates, RBI Monetary Policy News: भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank Of India) एक बार फिर रेपो रेट (Repo Rate) में बढ़ोतरी का ऐलान कर सकता है। इसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ सकता है, क्योंकि इससे ब्याज दरें बढ़ने की संभावना है। मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि आरबीआई अगले सप्ताह होने वाली आरबीआई मौद्रिक नीति बैठक (RBI Monetary Policy Meet) में ब्याज दरों में बढ़ोतरी का ऐलान कर सकता है।
फाइनेंसियल एक्सपर्ट्स का मानना है कि रिज़र्व बैंक ब्याज दरों में 0.35 फीसदी तक की बढ़ोतरी कर सकता है। बता दें कि 3 से 5 अगस्त तक होने वाली मौद्रिक नीति समिति (RBI monetary policy committee) के प्रस्ताव से पहले एक रिपोर्ट में बोफा सिक्योरिटीज (BofA Securities) ने कहा कि RBI नीतिगत रुख में बदलाव करके "कैलिब्रेटेड सख्ती" करके ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर सकता है। बता दें कि रिज़र्व बैंक (Reseve Bank) ने अपनी पिछली दो मौद्रिक नीति बैठकों में महंगाई पर काबू पाने के लिए ब्याज दरों (Interest rate) में कुल 0.90% की वृद्धि की है।
खबरो के मुताबिक बोफा सिक्योरिटीज (BofA Securities) ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि RBI अपनी मौद्रिक समिति की बैठक में एक बार फिर रेपो रेट में 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी करने जा रहा है। फिर रेपो रेट बढ़ कर 5.25 फीसदी हो जायेगा। अब आपके मन में ये रेपो रेट क्या होता? बताते चलें कि रेपो दर (Rapo Rate) वह दर है जिस पर किसी देश का केंद्रीय बैंक (Central Bank) (भारत के मामले में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI0) धन की किसी भी कमी की स्थिति में वाणिज्यिक बैंकों (Commercial Banks) को पैसा उधार देता है।
बोफा सिक्योरिटीज (BofA Securities) ने अपनी रिपोर्ट में असंका जताई है कि आरबीआई मौद्रिक नीति समिति (RBI monetary policy committee) अपने वित्त वर्ष 2022-23 उपभोक्ता मूल्य मुद्रास्फीति (consumer price inflation) और वास्तविक GDP वृद्धि के अनुमान को क्रमशः 6.7 प्रतिशत और 7.2 प्रतिशत पर बनाए रखेगा।