Pearl Farming: सरकार दे रही 50 प्रतिशत की सब्सिडी, करें मोती की खेती और कमाएं लाखो रूपए
Pearl Farming in hindi: हीरे और मोती के बारे में तो हम और आप सभी ने सुना है। साथ ही इसकी कीमत के बारे में भी जानते ही होंगे। लेकिन यह नहीं सुना होगा कि अब किसान चाहे तो कीमती रत्न मोती की खेती कर सकते हैं। इस कारोबार में 25 से 30 हजार रुपए खर्च कर इसे शुरू किया जा सकता है। जिसमें महीने की आमदनी तीन लाख रुपए हो सकती है। मोती का यह बिजनेस इतना सरल तो नहीं है। लेकिन ज्यादा कठिन भी नहीं है। आज की इस वैज्ञानिक पद्धति में अगर हम चाहे तो मोती की खेती कर सकते हैं।
सरकार दे रही प्रोत्साहन (Pearl Farming Government Subsidy)
मोती की खेती (Pearl Farming) करने के लिए सरकार किसानों को प्रोत्साहित कर रही है। सरकार द्वारा 50 प्रतिशत की सब्सिडी मोती की खेती करने पर दी जा रही है। मोती की मांग के अनुरूप आपूर्ति न होने से इसकी कीमत ज्यादा है। ऐसे में सरकार का प्रयास है कि किसान वैज्ञानिक पद्धति से मोती की खेती शुरू करें।
ऐसे करें शुरुआत
मोती की खेती (Pearl Farming) करने के लिए किसान के पास तालाब होना चाहिए। यह नीति और किराए पर भी लिया जा सकता है। वहीं दूसरी सबसे आवश्यक बात है कि मोती की खेती के पूर्व किसान प्रशिक्षण प्राप्त करें। जानकारी के अनुसार भारत के कई राज्यों के किसान खासकर दक्षिण भारत (South India) और बिहार (Bihar) के दरभंगा इसकी खेती की जा रही है। प्रदेश के होशंगाबाद और मुंबई में मोती की खेती की ट्रेनिंग किसान ले रहे हैं।
25 हजार से शुरू करें कारोबार
शुरुआती दौर में मोती की खेती करने के लिए किसानों को 25 से 30 हजार रुपए की आवश्यकता होती है। वहीं अगर खेती को और बड़े क्षेत्रफल में करना है तो एक अनुमान के मुताबिक के तालाब में करीब 8 लाख का खर्च आता है। जिसका 50 प्रतिशत सरकार द्वारा सब्सिडी के रूप में दी जाती है। 1 एकड़ के तालाब से करीब 30 लाख रुपए कमाए जा सकते हैं।
खेती की शुरुआत
जानकारी के अनुसार सबसे पहले सीप को एक जाल में बांधकर 15 दिन के लिए तालाब में डाला जाता है। ताकि वह एनवायरमेंट क्रिएट कर सकें। इसके बाद उन्हें निकालकर उनकी सर्जरी की जाती है। इस सर्जरी के द्वारा एक पार्टिकल ऐसा क्या डाला जाता है इसी सांचे पर कोडिंग के बाद सिर्फ अपना लेयर बनाती है। जो बाद में मोती के रूप में परिवर्तित होती है। 1 सीप से दो मोती निकलते हैं। अच्छी क्वालिटी की एक सीप की कीमत 200 रुपए से ज्यादा होती है।