PM Kisan Samman Nidhi: एमपी के 15 लाख से ज्यादा किसानों के नाम सूची में जुड़ेंगे, इन्हें किया जाएगा शामिल
PM Kisan Samman Nidhi: मध्यप्रदेश में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। जिसको लेकर किसानों के वोटों को साधने की कवायद प्रारंभ कर दी गई है। मध्यप्रदेश में आगामी फरवरी 2024 तक नए किसानों के नाम प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि में जोड़े जाएंगे। 15 लाख नए किसान यह लाभ पाने के पात्र होंगे। जिनको जोड़ने की कवायद प्रारंभ कर दी गई है। इस वर्ष के अंत तक यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
पीएम किसान सम्मान निधि में जुड़ेंगे यह किसान
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में फरवरी 2024 तक नए किसानों के नाम जुड़ जाएंगे। जिनकी संख्या लगभग 15 लाख रहेगी। इसमें वह किसान शामिल होंगे जिनके द्वारा नई जमीनें खरीदी गई हैं और जो खेती का कार्य कर रहे हैं। उन्हें भी शामिल किया जाएगा जिन किसानों ने जीवित रहते बेटों में जमीन का बंटवारा किया है और बेटे खेती कर रहे हैं। ऐसे समस्त खातेदारों के नाम जुड़ जाएंगे। इन दोनों तरह के किसानों के नाम प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि में जुड़ जाएंगे। नाम जुड़ने के बाद उनको भी पीएम सम्मान निधि के साल में तीन किश्तों में 2-2 हजार रुपए और सीएम सम्मान निधि के दो किश्तों में 2-2 हजार रुपए मिलने लगेंगे।
पीएम किसान सम्मान निधि चयन प्रक्रिया शुरू
पीएम किसान सम्मान निधि योजना में पात्र कृषि भूमि धारकों के परिवारों के चयन की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। पटवारियों द्वारा कृषक परिवारों की सूची तैयार कर ग्रामसभा के समक्ष रखी जाएगी। ग्रामसभा के अनुमोदन के बाद कृषक परिवार को योजना का लाभ दिया जाएगा। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में लाभान्वित किसानों का डेटा फरवरी 2019 में फ्रीज कर दिया गया था। जिसे पांच साल के अंतराल में अपडेट किया जाना है।
पीएम किसान सम्मान निधि बेनीफिट
मध्यप्रदेश की बात की जाए तो प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में अभी 80 लाख किसानों को तीन किस्तों में राशि प्रदान की जा रही है। जिसके तहत 2-2 हजार रुपए किसानों को मिल रहे हैं। वहीं मुख्यमंत्री सम्मान निधि के तहत साल में दो किस्तों में 2-2 हजार रुपए की रकम प्रदान की जाती है। अब 15 लाख अतिरिक्त किसानों को सूची में जोड़ा जा रहा है जिससे उनको भी यह लाभ मिल सकेगा। नाम जुड़ने के बाद पीएम और सीएम किसान सम्मान निधि का लाभ पाने वाले किसानों की संख्या 90 से 95 लाख के बीच हो जाएगी।