LIC IPO: एलआईसी के पॉलिसीधारक हैं IPO का आवेदन करने से पहले जान लें ये बातें
LIC IPO: देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी का नाम लें तो वो है LIC यानि लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया। ज्ञात हो कि कंपनी की तरफ से IPO के लिए मसौदा दस्तावेज जमा किए गए हैं। आपको बता दें कि IPO के माध्यम से सरकार LIC में से पांच प्रतिशत हिस्सा यानि कि 31.6 करोड़ शेयर को बेचेगी। इसमें 10 प्रतिशत रिजर्व रहेगा LIC के पॉलिसीधारकों के लिए। अगर आपने भी एलआईसी में पॉलिसी कराई हैं और आवेदन करना चाहते हैं आईपीओ के लिए तो आपको इन बातों का पता जरूर होना चाहिए-
यदि जॉइन्ट पॉलिसी है तो एक ही मान्य होगा
यदि किसी व्यक्ति ने जॉइन्ट पॉलिसी कराई है तो दोनों किसी एक पॉलिसीधारक को ही आरक्षित श्रेणी में आवेदन करने का लाभ मिल पाएगा। बस इतना ध्यान रखना है कि आईपीओ में आवेदन करने वाला पैन नंबर उसके पॉलिसी रिकॉर्ड में अपडेट होना जरूरी है। यदि किसी पॉलिसिहोल्डर का जिसने जॉइन्ट पॉलिसी ली है उसका डीमैट खाता भी जॉइन्ट है तो आवेदक प्राथमिक खाताधारक होना चाहिए।
आवेदक के पास डीमैट अकाउंट होना चाहिए
अगर आप आईपीओ में आवेदन करना चाह रहे हैं और आप LIC के पॉलिसीधारक हैं तो आपके पास एक डीमैट अकाउंट जरूर होना जरूर होना चाहिए। ध्यान रहे पॉलिसीहोल्डर का खुद का डीमैट आकॉउन्ट हो उसके पति /पत्नी, या किसी रिश्तेदारों के डीमैट अकाउंट से आवेदन करना संभव नहीं होगा। छूट मिलने के बाद किसी भी पॉलिसीहोल्डर को सिर्फ दो लाख रुपए तक के शेयर मिलेंगे इससे ज्यादा नहीं। अगर आप पॉलिसीहोल्डर है और NRI हैं तो आप आरक्षित श्रेणी का लाभ नहीं उठा सकते।
नहीं होगी लॉक-इन अवधि
LIC के मसौदा दस्तावेजो के अनुसार , IPO में आवेदन करने के इच्छुक पॉलिसीहोल्डर्स के लिए किसी तरह की लॉक-इन अवधि नहीं होगी। पॉलिसीहोल्डर शेयर बाजार में आईपीओ के लिस्ट होने के पश्चात अपने इक्विटी शेयरों को बेच सकेंगे।
LIC कर्मचारियों के पास होंगे बहुत से विकल्प
LIC की तरफ से वहाँ कार्यरत कर्मचारियों के लिए IPO का एक हिस्सा रिजर्व रखा गया है। यदि किसी कर्मचारी के पास एलआईसी की पॉलिसी है तो वह अलग अलग यानि कि कर्मचारी-पॉलिसी आरक्षण और खुदरा निवेशक के तौर आवेदन कर सकता है।