पेट्रोलियम उत्पादों में लगने वाले टैक्स से भारत सरकार की कमाई जानकर आपकी बुद्धि खुल जाएगी
भारत सरकार पेट्रोलियम उत्पादों से कितना टैक्स कमाती है: भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम सरकार द्वारा कम करने के बाद भी बजट से बाहर हैं. आम आदमी की जेब ढीली होती जा रही है लेकिन इन्ही पेट्रोलियम उत्पादों ने सरकार की तिजोरी को टाइट करके रखा हुआ है. कहने का मतलब ये है कि पेट्रोलियम उत्पादों से भारत सरकार मोटी कमाई कर रही है.
सरकार पेट्रोलियम उद्पादों से कितनी कमाई करती है?
हाल ही में जारी हुई रिपोर्ट के अनुसार मालूम हुआ है कि 15 बड़ी तेल और गैस कंपनियों से चालू वित्त वर्ष के पहले 9 महीने में यानी पिछले साल अप्रैल से लेकर दिसंबर के बीच भारत सरकार ने 5.54 लाख करोड़ रुपए जुटाए हैं. इसमें 3.08 लाख करोड़ केंद्र सरकार और 2.37 लाख करोड़ राज्य सरकारों के खजाने में गए हैं. यह जानकारी पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने सोमवार को राज्यसभा में ये जानकारी दी है.
बता दें कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर पेट्रोलियम उत्पादों पर मिलकर बेसिक एक्साइज ड्यूटी, स्पेशल एडिशनल एक्साइज ड्यूटी, रोड एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर सेस (उपकर), एग्रीकल्चर और इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट सेस और पेट्रोलियम उत्पादों पर अन्य सेस व सरचार्ज लगाती है.
एक साल में जुटाए 7.74 लाख करोड़
मंत्री ने राज्य सभा में पिछले साल के आंकड़े भी पेश किए, जिसके अनुसार पिछले वित्त वर्ष में तेल-गैस से सरकारी खजाने में 7.74 लाख रुपए आए थे. जबकि वित्त वर्ष 2020-21 में यह कमाई 6.72 लाख करोड़ थी और उससे पहले पेट्रोलियम उत्पादों से सरकार ने 5.55 लाख करोड़ रुपए कमाए थे
सरकार पेट्रोल पर कितना टैक्स लगाती है
पेट्रोल की बेसिक कीमत 57.16 रुपए लीटर है, इसपर केंद्र सरकार 19.90 रुपए का एक्साइज ड्यूटी लगाती है, इसके बाद राज्य सरकार अपने हिसाब से अलग VAT और SES लगाती है. जिसके बाद पेट्रोल-डीजल की कीमत दोगुनी हो जाती है.