Blue Aadhaar Card: जानें कैसे बनता है नीला आधार कार्ड और क्या हैं इसके फायदें?
भारत में आधार कार्ड बेहद जरूरी डाक्यूमेंट्स में से एक है। देश में हर सरकारी काम के लिए आधार कार्ड की जरूरत पड़ती है। चाहे वो कोई सरकारी योजना का फॉर्म भरना हो या कोई बैंक सम्बंधित कार्य करना हो। ऐसे ही हमारे पास अपना आधार कार्ड अपडेटेड होना चाहिए। इससे बैंक और मोबाइल नंबर लिंक होना चाहिए।
आज हम बात करने जा रहे हैं नीले आधार कार्ड (Blue Aadhaar Card) के बारे में। नीला आधार कार्ड को बच्चो का आधार कार्ड भी कहा जा सकता है। भारत सरकार ने बच्चो के आधार कार्ड नीला आधार कार्ड के रूप में बनाया है।
जिस तरह हमारे लिए आधार कार्ड बेहद जरूरी है उसी तरह बच्चो के लिए भी यह जरूरी डाक्यूमेंट है। इसका हर जगह उपयोग होता है। चाहे वो स्कूल में अड्मिशन हो या किसी सरकारी योजना का रजिस्ट्रेशन कराना हो। इसकी हर जगह जरूरत पड़ती है।
कैसे बनता है बच्चो का नीला (Blue) या बाल आधार कार्ड (Baal Aadhaar Card)?
● बाल आधार कार्ड (Baal Aadhaar Card) बनवाने के लिए बच्चे के माता-पिता में से किसी एक को अपने नजदीकी आधार कार्ड केंद्र (Aadhaar Card Center) में जाना होगा।
● ध्यान रखें कि माता-पिता अपना आधार कार्ड जरूर साथ लेकर जाएं।
● आधार कार्ड केंद्र में जाकर अभिभावक को बच्चे का आधार बनवाने के लिए 'बाल आधार कार्ड' (Baal Aadhaar Card) का रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरना होगा।
● रजिस्ट्रेशन फॉर्म के साथ बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र की एक कॉपी भी सबमिट करनी होगी।
Baal Aadhaar Card: क्या लगेंगे डाक्यूमेंट्स
● बच्चो का बाल आधार कार्ड बनवाने के लिए माता-पिता के एड्रेस प्रूफ (Address Proof) के तौर पर अपने ड्राइविंग लाइसेंस (Driving License), पैन कार्ड (PAN Card) या पासपोर्ट जरूरत पड़ेगी।