ऑनलाइन कैसिनो या गेम खेलने के शौक़ीन हैं? तो Income Tax का ये वाला नियम जान लीजिये
इनकम टैक्स रूल्स: भारत में जबसे डिजिटलाइज़शन बढ़ा है उसी के साथ सट्टेबाज़ी और फेंटसी गेम में पैसे लगाने का चलन भी बढ़ा है, इनके लेकर अभी तक कोई ठोस कानून तो नहीं बढ़ा है लेकिन अगर आप फिर भी इन सब चीज़ों में पैसा फंसाते हैं तो इनकम टैक्स के नियमों को ध्यान में रखते हुए काम करना चाहिए।
क्या करना चाहिए अब
भारत में ऑनलाइन गेमिंग विन्निंग्स को सालाना टैक्स रिटर्न में अदर सोर्स ऑफ इनकम के रूप में शामिल किया जाता है. ऑनलाइन कैसीनो और खेल सट्टेबाजी की जीत इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 115BB के द्वारा कवर की जाती है. सभी जीत 30 प्रतिशत फ्लैट टैक्स के अधीन आती हैं. ध्यान रखने वाली बात यह है कि जीत की जानकारी आपके टैक्स रिटर्न (ITR) पर दी जानी चाहिए. ठीक है ना...
उदाहरण से समझ लीजिये
देखिये क्योंकि ऑनलाइन विनिंग टैक्सेशन के अधीन हैं. इसीलिए लेनदेन की संख्या के आधार पर भुगतान करना ज़रूरी नहीं होता है. उदाहरण के लिए, आप ऑनलाइन कैसीनो खेलते हैं और आपने कुल 1 करोड़ रुपये का लेन-देन किया है. इस लेन देन के साथ आप को एक लाख रुपये का लाभ भी हुआ है तो आपको को कमाए हुए एक लाख रुपये पर टैक्स भरना होगा न कि पूरे ट्रांसक्शन कॉस्ट पर.
सुनिये 10,000 रुपये से अधिक की ऑनलाइन जीत पर 30 प्रतिशत फ्लैट टैक्स लगता है ठीक. इसमें 4 प्रतिशत स्वास्थ्य और शिक्षा भी शामिल है. 50 लाख रुपये से अधिक की विनिंग या गेमिंग की कमाई पर 10 प्रतिशत सरचार्ज लगता है, जिसको स्टैण्डर्ड टैक्स रेट में एड जाता है. जिससे यह कुल 33 प्रतिशत हो जाता है और 1 करोड़ रुपये से अधिक की गेमिंग इनकम सामान्य टैक्स रेट पर 15 प्रतिशत सरचार्ज के अधीन आती है, अब इसे बढ़ाकर 34.5 प्रतिशत कर दिया गया है.