एक ही डेट पर जन्में उद्योगपति Dhirubhai Ambani और Ratan Tata, यह दोनों योग है जिससे वे बने आपार दौलातमंद
देश के दो बड़े उद्योगपति स्वर्गीय धीरूभाई (Dhirubhai Ambani) और रतन टाटा (Ratan Tata) का जन्म 28 दिसंबर को हुआ है। खास बात यह है कि एक ही डेट पर दोनों का जन्म हुआ तो उनकी कुंडली के सितारे भी एक जैसे ही है। ज्योतिषों के मुताबिक दो बड़े राजयोग यानि कुलदीपक और शत्रुहंता योग के प्रभाव से ये दोनों टॉप बिजनेसमैन बने।
रतन टाटा की कुंडली में यह ग्रह
Ratan Tata Kundali: जानकारी विद्वानों के मुताबिक इनकी कुंडली के पहले घर में धनु राशि के साथ सूर्य, बुध और शुक्र हैं। शुक्र और बुध की वजह से इनकी कुंडली में कुलदीपक योग बन रहा है। शुक्र के कारण शत्रुहंता योग भी इनकी कुंडली में बन रहा है। इस कारण इन्हें कामकाज में रुकावटों के बावजूद सफलता मिली।
वहीं, सूर्य और चंद्रमा से वरिष्ठ नाम का एक और राजयोग बन रहा है। इनकी नवमांश कुंडली में गुरु, बुध और शुक्र अपनी ही राशियों में मौजूद है साथ ही मंगल उच्च राशि में कर्म भाव में है। ग्रहों की ये स्थिति अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी सफलता देती है। रतन टाटा ने शादी नही की है और इसके पीछे ग्रहों की स्थित को बताया गया है।
धीरू भाई की कुंडली में यह ग्रह
Dhirubhai Ambani Kundali: ज्योतिष अंक ज्ञाताओं के मुताबिक इनकी कुंडली के पहले घर में धनु राशि के साथ सूर्य और चंद्रमा थे। ये दोनों अपने मित्र ग्रह की राशि यानी धनु में हैं। वहीं गुरु ग्रह लग्न का स्वामी होकर कुंडली के दसवें भाव में होने से कुलदीपक योग बना रहा है। इसके अलावा पांचवे और छठे भाव के स्वामी एक दूसरे से चौथी और दसवीं राशि में मौजूद है। ये स्थिति शंख नाम का राजयोग बनाती है।
इनकी कुंडली में सुख और भाग्य का स्वामी भी एक-दूसरे से चौथी, दसवीं राशि में होकर काहल नाम का राजयोग बना रहे हैं। इन बड़े योगों के कारण ही धीरू भाई को ऐतिहासिक सफलता मिली। साथ ही इन राजयोगों की वजह से मृत्यु के बाद भी इनकी संतानों को भी लाभ मिल रहा है।
इन डेट पर हुआ था जन्म
धीरू भाई अम्बानी (Dhirubhai Ambani) की जन्म तारीख (Birth Date) 28-12-1932 है। इनको जोड़ने पर मूलांक और जन्मांक दोनों 1 ही होता है। इस अंक का स्वामी सूर्य है। इस कारण इन्होंने अपनी मेहनत से बड़ा बिजनेस खड़ा किया।
वहीं, रतन टाटा (Ratan Tata) की जन्म तारीख (Birth Date) 28-12-1937 है। इसको जोड़ने पर मूलांक 7 और जन्मांक 1 होता है। मूलांक 7 का स्वामी केतु और जन्मांक का स्वामी सूर्य है। इन ग्रहों की वजह से इन्हें जीवन में परेशानियों के बाद सफलता मिली। सूर्य के प्रभाव से इन दोनों को सरकार से भी मदद मिली। केतु की वजह से रतन टाटा के जीवन में बड़ी सफलताओं का दौर आया।