कैरियर में चाहिए सफलता तो इन तीन आदतों को फटा-फट से करें दूर, नहीं हो जायेंगे बर्बाद
जीवन में सफलता पाने के लिए व्यक्ति दिन रात एक करता है। लेकिन सफलता के नीव व्यक्ति के युवावस्था में ही पड़ जाती है। कहने का मतलब है कि अगर जीवन में ऊंचा मुकाम हासिल करना है तो कड़ी मेहनत के साथ ही कुछ बुरी आदतों से दूर रहना होगा। आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जीवन में कुछ ऐसी गलतियां हो जाती हैं जिनकी वजह से आने वाला समय मुश्किलों से भर जाता है। आइए जाने किन 3 बुरी आदतों से दूर रहने के लिए आचार्य चाणक्य ने सतर्क किया है।
नशा
आमतौर पर भी लोगों द्वारा कहा गया है कि नशा नाश की जड़ है। वहीं अगर नशे की लत युवावस्था में पड़ जाए तो जीवन बर्बाद हो जाता है। इसलिए आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जीवन में कभी भी नशा नहीं करना चाहिए। खासतौर पर युवा अवस्था में तो बिल्कुल ही नहीं।
आलस्य
आलस्य के संबंध में कहा गया है कि आलस्य मनुष्य के शरीर का सबसे बड़ा दुश्मन है। वहीं अगर व्यक्ति युवावस्था में आलस्य के चंगुल में फंस जाता है तो का जीवन बर्बाद हो जाता है। आलसी व्यक्ति सोचता तो बहुत रहता है लेकिन जीवन में कुछ कर नहीं पाता। क्योंकि जीवन में सफलता पाने के लिए कुछ ना कुछ करना होता है।
बुरी संगत
कहा गया है कि जीवन में संगत का असर पड़ता है। अगर व्यक्ति जीवन में अच्छी संगत करता है तो से जीवन में सफलता मिलती है। वहीं अगर वह बुरी संगत में फंस जाता है तो वह जीवन में केवल पतन की ओर ही आगे बढ़ता रहता है एक दिन ऐसा आता है कि बुरी संगत की वजह से गुमनामी के जीवन में उसका भविष्य फंस जाता है।