सोते समय इस दिशा में सिर कर सोये तो हो जाओगे बर्बाद, जानिए!
अगर हम गलत दिशा की ओर सिर कर के सोते हैं तो हमारे स्वास्थ्य के साथ ही वास्तु तथा धन पर असर पड़ता है। कई बार लेगों के पता भी नही चलता कि आखिकार किस कारण स्वास्थ्य खराब रहता है। साथ ही धन घटने लगता है। इसलिए सुश्रुत संहिता में हमारे सोने के सम्बंध में विस्तार से बताया गया है। सुश्रुत संहिता में बताया गया है कि हमें इस दिशा में सिर कर सोने से धन में वृद्धि होगी। आज हम सोने के सम्बंध में जानकारी दे रहे है।
सोना स्वास्थ के लिए लाभप्रद
कहा गया है कि हम दिन सोना आवश्यक है। अगर किसी को नीद नही आती वह सोता नही है तो यह अनिद्रा नामक बीमारी कहलाती है। हमें प्रतिदिन कम से कम 5 से 7 घंटे की र्प्याप्त नीदी लेनी चाहिए। ऐसे में आवश्यक है कि जब हमें सही समय पर नीद आ रही है, सोना ही है ते क्यों न सही दिशा में सिर कर के सोएं। सही दिशा में सिर कर के सोने से नीदी भी बढ़िया आती है तो वहीं इसके और भी कई फायदे हैं। आपने देखा होगा कि अगर हम गलत दिशा में सिर कर के सोते हैं तो हमारे घर के बडे़ बुजुर्ग अवश्य टोकते है।
दिशा के बारे में जाने
सुश्रुत संहिता के अनुसार बताया गया है कि अगर हमें सदैव पूर्व या फिर दक्षिण दिशा की ओर सिर कर के ही सोना चाहिए। इसके विपरीत अगर हम पश्चिम या फिर दक्षिण दिशा में सिर कर के सोते हैं ते इसका हमारे स्वास्थ्य तथा धन पर बुरा असर पड़ता है।
सही दिशा में सिर कर के सोने के फायदे
- कहा गया है कि अगर हम पूर्व दिशा की ओर सिर कर के सोते हैं तो बुद्धि प्राप्त होती है।
- दक्षिण दिशा में सिर कर के सोने से आयु में वृद्धि होती है।
सोने से पहले करें यह
- रात के समय जब हम सोने जायें तो हमारे सिर पर तिलक नही होना चाहिए।
- भगवान के रात के समय जब सुलाया जाता है तो उपका तिलक पोछ दिया जाता है। पुष्प हटा दिये जाते हैं।
- हमें भी सोने से पहले माला आदि उतार कर रख देना चाहिए।
गलत दिशा में सिर करके सोने से नुक्सान
- पश्चिम दिशा में सिर कर के सोने से मानसिक विकार उत्पन्न होते हैं।
- उत्तर दिशा की ओर सिर कर के सोने से आयु कम होती है।
- हमें दिन में नहीं सोना चाहिए। इसे सुश्रुत संहिता में निषेध बताया गया है।
- बताया गया है कि केवल ग्रीष्म काल के समय ही दिन में सोना चाहिए।
- बांस या पलाश की लकडी से बने खाट या पलंग पर नही सोना चाहिए।
- सिर को नीचे की ओर करके नही सोना चाहिए।