किस्मत नहीं दे रही साथ तो करें केसर का टोटका, सब के साथ हो जायेंगे जबरदस्त संबंध, अंबानी की तरह चमक उठेगी किस्मत, हर जगह होगी आपकी प्रापर्टी, जानिए!
हमारे जीवन में किस्मत का प्रभाव होता है। इसे अनदेखा नहीं किया जा सकता है। चाहे सफलता मिलने के बाद हम यह कहने लगें कि यह तो हमाने अपने बलबूते अर्जित किया है। लेकिन ऐसा नही हैं जिस तरह बिना प्रयास के हमें कुछ प्राप्त नही होता है वैसे ही बिना किस्मत के पूर्ण सफलता नही मिलती। हमारा कहने का मतलब यह है कि कई बार भरपूर प्रयास करने के बाद भी आपेक्षित सफलता नहीं मिलती है। इसका सीधा मतलब होता है कि आपकी किस्मत साथ नहीं दे रही है।
चमक जायेगी किस्मत
अगर ऐसे में केसर का टोटका अपनाया जाय तो इसका काफी लाभ होता है। बिगडे काम बन जाते हैं तो वहीं केसर के कुछ खास टोटके किस्मत को चमका देते हैं। इतना ही नहीं केसर के टोटकों से पति-पत्नी का रिश्ता भी मजबूत किया जा सकाता है।
मांगलिक दोष करता है दूर
अगर कुंडली के मांगलिक दोष है। काफी प्रयास के बाद भी जीवन में सफलता नहीं मिल रही। ऐसे में पीड़ित लोगों को लाल चंदन और केसर को मिलाकर हनुमान जी को तिलक लगाएं। अवश्य ही लाभ प्राप्त होता है।
दूर करें आर्थिक परेशानी
आर्थिक परेशानी दूर करने के लिए चतुर्दशी या अमावस्या के दिन घर के दक्षिण-पश्चिम दिशा में केसर का धूप दिखाएं। ऐसा करने से आर्थिक तंगी के साथ-साथ परेशानियां दूर होगीं।
पूरी होगी धन की कमी
धन अर्जन के लिए महिलाओं को केसर तथा सुहाग की सामग्री किसी महिला को दान करना चाहिए। ऐसा करने से कुंडली में मौजूद शुक्र ग्रह मजबूत होता है। जिससे उन्हें जीवन में पर्याप्त सम्मान और धन मिलता।
पति-पत्नी का सम्बंध होगा मजबूत
अगर पति-पत्नी के रिश्ते मजबूत नहीं है। छोटी-छोटी बातों में विवाद होता है तो केसर का उपाय करें लाभ होगा। इसके लिए बताया गया है कि केसर और उसमें दूध डालकर उसका चंदन बनाकर प्रतिदिन पति-पत्नी अपने माथे, नाभि और गले में लगाएं।
भाग्य को करें मजबूत
कई बार लोगों का भाग्य सो जाता हैं। ऐसे ज्योतिषचार्यों द्वारा बताया जाता है। अगर ऐसा किसी के साथ होता है तो प्रतिदिन नहाने के बाद शुद्ध केसर का तिलक लगाएं। कहा गया है कि केसर का तिलक लगाने से भगवान शिव, विष्णु और माता लक्ष्मी खुश होतीं है।
नोट-ः उक्त समाचार में दी गई जानकारी सूचना मात्र है। रीवा रियासत समाचार इसकी पुष्टि नहीं करता है। दी गई जानकारी प्रचलित मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। ऐसे में किसी कार्य को शुरू करने के पूर्व विशेषज्ञ से जानकारी अवश्य प्राप्त कर लंे।