सिलिकॉन वैली की तरह अगर भारत में कोई बैंक डूबा तो आपको कितना नुकसान होगा?
बैंक डूबने पर ग्राहकों को कितना नुकसान होता है: अमेरिका के केलिफोर्निया में मौजूद सिलिकॉन बैंक (Silicon Bank) डूब गया. जिन लोगों ने इस बैंक में अपने पैसे जमा किए थे वो चिंता में पड़ गए हैं कि कहीं उनकी जीवनभर की जमा पूंजी डूब न जाए. लेकिन अमेरिका का डिपॉजिट इंश्योरेंस नियम कहता है कि बैंक डूबने की स्थिति में जमाकर्ता को कम से कम 250000 डॉलर प्राप्त करने का अधिकार है. लेकिन सरकार इस मामले में हस्तक्षेप करे तो पूरा पैसा लौट आता है.
सिलिकॉन बैंक में जिन लोगों ने पैसा जमा किया था उन्हें तो कम से कम 2.5 लाख डॉलर मिल जाएगा लेकिन अगर भारत का कोई बैंक डूब जाए तो उसके ग्राहकों को कितना नुकसान होगा?
भारत का डिपॉजिट इंश्योरेंस नियम
अगर आप सोचते हैं कि बैंक में जमा आपका पैसा सुरक्षित है तो आप गलत हैं. अगर कभी बैंक डूबा तो आपकी जमा पूंजी भी उसके साथ डूबेगी। लेकिन जमाकर्ता पूरी तरह से बर्बाद न हो जाए इसके लिए भारत में भी डिपॉजिट इंश्योरेंस नियम है. डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (DICGC) द्वारा बैंक डिपॉजिट को इंश्योर्ड किया जाता है.
डिपॉजिट इंश्योरेंस की सुविधा 1962 में डिपॉजिटर्स (डिपॉजिटर्स) के लिए बढ़ा दी गई थी, लेकिन बीमा राशि 2020 तक सिर्फ एक लाख रुपये थी जो काफी कम थी. मार्च 2020 में इसे बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया गया है.
यानि अगर आप ने बैंक में 5 लाख या इससे अधिक पैसा जमा किया है और वो बैंक डूब जाता है तो आपको कम से कम 5 लाख रुपए तो वापस मिल ही जाएगा। ऐसा नहीं है कि आपके खाते में 2 लाख पड़े थे तो भी 5 लाख मिलेगा। 5 लाख से कम अमाउंट वालों को चिंता करने की जरूरत ही नहीं है.