IDBI Privatization: IDBI Bank खाताधारक जान लें, सरकार आइडीबाईआई बैंक प्राइवेट हाथों में बेचने वाली है
IDBI Privatisation: केंद्र सरकार बड़े सरकारी और अर्ध सरकारी बैंकों के निजीकरण में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. दीपम (DIPAM) के सचिव तुहिन कांत पांडे (Tuhin Kant Pandey) ने हाल में में फिक्की के एक कार्यक्रम में बताया है कि हम IDBI को प्राइवेट हाथों में देने के लिए तेज़ी से काम कर रहे हैं. इसके लिए बोली लगाई जाएगी।
Tuhin Kant Pandey ने बताया है कि जल्द की IDBI Bank का निजीकरण करने के लिए इन्वेस्टर्स को इन्वाइट किया जाएगा, जो सबसे ज़्यादा बोली लगाएगा उसी को आईडीबीआई बैंक बेच दिया जाएगा। बता दें कि पिछले साल की सरकार ने IDBI बैंक का विनिवेश और प्रबंध नियंत्रण के हस्तांतरण के लिए सैद्धांतिक मंजूरी ली थी.
LIC और केंद्र सरकार हैं IDBI के मालिक
बता दें कि IDBI में 45.48% हिस्सेदारी केंद्र सरकार की है और भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के पास IDBI की 49.24 हिस्सेदारी है. LIC IDBI का प्रवर्तक है. सरकार और LIC दोनों के पास IDBI की 94% हिस्सेदारी है.
गौरतलब है कि RBI ने मार्च 2021 में IDBI को त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई ढांचे से हटा दिया था, लोक संपत्ति प्रबंधक विभाग (DIPAM) के सचिव ने कहा कि हम EOI पर काम कर रहे हैं और इसे जल्द निपटा दिया जाएगा।
IDBI का प्राइवेटाइज़ेशन
बता दें कि केंद्र सरकार ने 2022-23 के लिए अपने विनिवेश से 65,000 करोड़ रुपए जुटाना चाहती है, सरकार ने अबतक 24,544 करोड़ रुपए जुटा लिए हैं. जिसमे सबसे ज़्यादा पैसा LIC के 3.5% शेयर बेचने से मिले हैं. अब सरकार एक-एक करके सरकारी बैंकों में अपनी हिस्सेदारी को बेच रही है. जिसमे केंद्र सरकार सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया और IDBI को बेचने वाली है.