बिज़नेस

Business Success Story: पति ने इंजीनियरिंग तो पत्नी ने शिक्षक की नौकरी छोड़ी, अब कर रहे व्यापार, कमा रहे लाखों रुपए

7th pay commission
x
मैकेनिकल इंजीनियर की पढ़ाई के पास सीनियर मैनेजर बने हिमांशु ने अपनी शिक्षक पत्नी को भरोसे में लेते हुए नौकरी छोड़ दी। इसके बाद वह बिजनेस करने लगे।

मैकेनिकल इंजीनियर की पढ़ाई के पास सीनियर मैनेजर बने हिमांशु ने अपनी शिक्षक पत्नी को भरोसे में लेते हुए नौकरी छोड़ दी। इसके बाद वह बिजनेस करने लगे। पहले तो कई झटके लगे। लगा कि बिजनेस नहीं हो पाएगा लेकिन दोनों ने हिम्मत नहीं हारी और आज दूसरों के लिए प्रेरणा स्रोत बने हुए हैं। हम बात कर रहे हैं गुजरात के रहने वाली तनवी और हिमांशु पटेल के बारे में।

छोड़ दी नौकरी

बताया गया है कि हिमांशु जेएसडब्ल्यू पावर प्लांट में मैकेनिकल इंजीनियर थे वही उनकी पत्नी तन्वी एक शिक्षक के रूप में अपनी सेवाएं दे रही थी। मगर दोनों ने तय करते हुए नौकरी छोड़ दी और बिजनेस शुरू कर दिया।

बनाने लगे जैविक शहद

दंपत्ति ने शहद बनाने का कारोबार शुरू किया। शुरुआत में बहुत परेशानी हुई। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। कृषि विज्ञान केंद्र से मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण प्राप्त कर पुनः कार्य में जुट गए। हिमांशु बताते हैं कि शुरुआत में केवल एक से दो लकड़ी के टोकरे लिए। बाद में इसकी संख्या 500 के करीब पहुंच गई।

जब मक्खियां दूर से फिर काफी नजदीक से शहद बनाने के लिए रसायन लेकर चलती है तो वह मर जाती है। इसी कारण हिमांशु को एक बार लगभग 360000 लाख रुपए का नुकसान हुआ। इसके बाद वह सतर्क होकर व्यापार में संभल गए और आज लाखों रुपए कमा रहे हैं।

कमा रहे 12 लाख

पानी बताती है कि उन्होंने खुद का ब्रांच स्वद्य नाम से चला रही हैं। सोशल मीडिया के जरिए व्यापार कर रही हैं। कंपनी का प्रचार कर उसकी गुणवत्ता के बारे में बताते हुए आर्डर लेती हैं। आज स्वाति और हिमांशु के पास करीबन 300 मधुमक्खी के छत्ते हैं जो प्रतिवर्ष लगभग 9 टन शायद पैदा कर रहे हैं। शहद से वह लगभग 12 लाख रुपए हर वर्ष कमा रहे हैं। उनकी इस कामयाबी के पीछे काम करने का जज्बा और जुनून है।

Sandeep Tiwari | रीवा रियासत

Sandeep Tiwari | रीवा रियासत

    Next Story