Gobar Se Bijli Kaise Banaye: गोबर से बिजली बनाकर कमाएं करोड़ों रुपए
Gobar Se Bijli Kaise Banaye
Gobar Se Bijli Kaise Banaye: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गोधन न्यास योजना के तहत गोबर की खरीदी शुरू की है। गोबर की खरीदी से एक और जहां ऐरा प्रथा पर रोक लग रही है। यहां-वहा भटक रहे बेसहारा पशुओं को आसरा मिल गया है। गोबर की लालच में मवेशियों का पालन शुरू हुआ है वही गोबर से बिजली बनाकर अच्छी खासी कमाई की जा रही है। सरकार के इस निर्णय से एक ओर जहां प्रदेश की आमदनी में वृद्धि हुई है वही प्रदेश के किसान, मजदूर, पशुपालकों तथा गौशाला संचालकों की आय में बढ़ोतरी हुई है।
करोड़ों का हुआ भुगतान
15 मार्च को विधानसभा में स्थित कार्यालय कक्ष में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक कार्यक्रम के दौरान 7 करोड़ चार लाख रुपए का ऑनलाइन भुगतान किया। बताया गया है कि गो धन्यास योजना के तहत पशुपालक ग्रामीण, गोठानो से जुड़ी महिला समूह और गौठान समितियों को इस राशि का भुगतान किया गया है।
बनाई जा रही बिजली
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि गोबर से बिजली बनाने का काम शुरू हो गया है। करोड़ों रुपए की बिजली तैयार होगी रही है। बताया कि बस्तर के डोमरपाल गोबर से बिजली बनाने के संयंत्र के ग्रीट को लगाया जा चुका है।
साथ ही मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान बताया कि गोबर से बनने वाली बिजली 9 रुपए प्रति यूनिट की दर तय कर दी गई है।
दो रुपए किलो बिक रहा गोबर
इस गढ़ में 20 जुलाई 2020 से को धन्यासी योजना के तहत गोबर की खरीदी शुरू की गई। 2 रुपए किलो की दर से गोबर की खरीदी की जा रही है। यानी कि अगर कोई पशुपालक एक क्विंटल गोबर प्रतिदिन बेचता है तो उसे घर बैठे 200 रुपए की आमदनी होगी। सरकार द्वारा निश्चित की गई राशि गोबर की एक अच्छी कीमत दिलवा रहा है।