बैंक खाता चालू है या बंद कैसे पता करें?
How to know whether the bank account is active or closed: ऐसा कई बैंक ग्राहकों के साथ होता है कि लम्बे समय तक कोई ट्रांजेक्शन न करने पर उनका बैंक अकाउंट इनएक्टिव हो जाता है. जब पैसों की जरूरत पड़ती है तो मालूम होता है कि खाता तो बंद हो गया है. तब ना तो आप UPI ट्रांजेक्शन कर पाते हैं ना बैंक से जाकर कैश निकाल पाते हैं और ना ही सरकारी योजनाओं का लाभ मिलता है.
जानकारी के लिए बता दें कि बैंक अपने ग्राहक का अकाउंट तबतक बंद नहीं करते हैं जबकि ग्राहक खुद खाता बंद करने का आवेदन न देदे। काफी वक़्त तक कोई ट्रांजेक्शन न होने पर आपका अकाउंट इनएक्टिव जरूर कर दिया जाता है मगर जमा पैसे सुरक्षित रहते हैं. ये बात अलग है कि जबतक आप उस खाते को वापस से एक्टिवेट नहीं करवाते तबतक आप कोई लेनदेन नहीं कर सकते हैं.
कैसे पता करें बैंक खाता एक्टिव है या नहीं
यह तो आपको बैंक जाकर ही मालूम हो सकता है, आप बैंक के कस्टमर केयर एक्सिक्यूटिव से बात करके अकाउंट की डिटेल ले सकते हैं. इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से भी आप जानकारी ले सकते हैं. इसके आलावा बैंक की वेबसाइट में जाकर अपने अकाउंट के स्टेटस को देख सकते हैं. डेबिट कार्ड से भी अकाउंट की जानकारी मिल जाती है.
बैंक खाता एक्टिवेट कैसे करवाएं
अगर आपका बैंक खाता इनएक्टिव हो गया तो इसे दोबारा एक्टिव कराने के लिए आपको बैंक जाना पड़ेगा। बैंक मैनेजर के नाम एक लेटर लिखना होगा और निष्क्रिय खाते के रिवैलिडेशन अनुरोध के साथ, खाताधारक को नए केवाईसी दस्तावेज भी जमा करने होंगे. केवाईसी दस्तावेजों में खाताधारक की तस्वीर, पैन, पहचान का प्रमाण और पते का प्रमाण शामिल हैं.
ध्यान रहे खाता एक्टिवेट कराने के लिए बैंक कोई फीस नहीं लेता है मगर आपको अपने खाते में कुछ पैसे जमा करने पड़ते हैं.