टाटा से लेकर गोदरेज, जानें भारत की सबसे पुरानी कंपनियों के बारे में जो अबतक चल रही हैं
भारत की सबसे पुरानी कंपनी: भारत स्टार्टअप्स कंपनियों का हब बन गया है, जिसे देखो वह अपना स्टार्टअप कर रहा है. जो अच्छी बात है, मगर दिक्कत की बात ये है कि आधे से अधिक नई कंपनियां कॉम्पिटिशन और लो डिमांड के चलते बंद भी होती हैं. लेकिन भारत में कुछ ऐसी भी कंपनियां हैं जो हमारे आपके दादा जी से भी पुरानी हैं और उनके भरोसे ही भारत बुलंदियों तक पहुंचा है. आज हम आपको भारत की सबसे पुरानी कंपनियों के बारे में बताने जा रहे हैं
The Times Group
द टाइम्स ग्रुप भारत की सबसे पुरानी और सबसे बड़ी मिडिया हॉउस कंपनी है. इसकी स्थापना 1838 में Bennett Coleman And Companies Ltd ने की थी. Times Of India न्यूज़ पेपर जो दुनिया में सबसे ज़्यादा बिकने वाला अंग्रेजी अख़बार है वो Times Group का है. Wall Street Journal के बाद द टाइम्स ऑफ़ इंडिया ही स्थान है. इसके अलावा The Economic Times, Navbharat Times, Movies Now, ZOOM, MNX, Times Internet और Radio Mirchi जैसी कंपनियां इसी ग्रुप की हैं.
Tata Group
टाटा ग्रुप की स्थापना जमशेदजी टाटा ने शुरू की थी. उन्हें Father Of Indian Industry कहा जाता है. उन्होंने सबसे पहले 1870 में टेक्सटाइल मिल की स्थापना की थी. इसके बाद टाटा ग्रुप ने स्टील और पॉवर इंडस्ट्री खड़ी कर दीं और टाटा ने ही भारत में टेक्निकल एजुकेशन की नीव रखी. आज Tata Group के अंदर 31 कंपनियां संचालित होती हैं.
The Bombay Burmah Trading Corporation
BBTL की स्थापना 1863 में हुई थी. यह भारत की दूसरी सबसे पुरानी पब्लिक कंपनी है. इसकी स्थापना Wallace & Company ने की थी.
Bombay Dyeing
1879 में शुरू हुई Bombay Dyeing की स्थपना Nowrosjee Wadia ने की थी. यह भारत की सबसे भरोसेमंद टेक्सटाइल कंपनी है जिसका मार्केट शेयर 15% है. बीते 140 साल से यह कंपनी अबतक चली आ रही है.
Aditya Birla Group
इस कंपनी की स्थपना सेठ शिव नारायण ने 1857 में की थी. यह एक कॉटन ट्रेनिंग कंपनी थी. इसके बाद इस कंपनी को घनस्याम दस बिरला ने संभाला और टेक्सटाइल के साथ फाइबर, अल्युमिनियम, सीमेंट, चेमिकल्स का कारोबार शुरू कर दिया। वर्तमान में कम्पनी के चेयरमैन कुमार मंगलम बिरला हैं
Godrej Group
1897 में Ardeshir Godrej और Pirojsha Burjorji Godrej ने ताले बनाने वाली कंपनी की स्थपना की थी. गोदरेज ने ही भारत में सबसे पहले लॉकर बनाना शुरू किया था. इसके अलावा भारत का पहला टाइपराइटर भी इसी कंपनी ने पेश किया था. 125 साल बीत जाने के बाद भी गोदरेज कंपनी नए आयामों को छु रही है. अब यह सिर्फ ताले बनाने वाली कम्पनी भी नहीं है.
Dabur
डाबर की स्थपना Dr SK Burman ने 1884 में की थी. यह एक आयुर्वेदिक दवाई बनाने वाली कंपनी है. जो आज भारत की सबसे बड़ी FMCG कंपनियों में से एक है. डाबर का कारोबार 120 देशों तक फैला हुआ है. आयुर्वेदिक और कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स के मामले में डाबर का मार्केट शेयर 27% है.