Flour Price In India: आटे का 40% तक बढ़ा दाम? फटाफट जाने Latest Update
Flour Price In India
Flour Price In India: भारत गेहूं उत्पादन में विश्व स्तर पर काफी आगे है। इसके बाद भी पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष आटे के दाम तेजी के साथ बढ़ हैं। आटे के दाम कम करने सरकार लगातार प्रयासरत है। इसके लिए कई अहम कदम भी उठाए गये हैं। मौजूदा हालत पर गौर करें तो पता चलता है कि वर्ष 2021-22 की तुलना में वर्ष 2022-23 में आटे के दाम में 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है। ऐसे में आम लोगों के किचन का बजट निश्चित तौर पर गड़बड़ हो गया है। आइये आज इसके बारे में जानकारी एकत्र करें कि आखिर ऐसा क्यों हुआ है और सरकार बढ़ते दाम को नियंत्रित करने के लिए क्या प्रयास कर रही है।
क्या है कीमत latest flour price
वर्तमान समय में पडोसी देश पाकिस्तान में आटे की कीमत आसमान छू रही है। पाकिस्तान में आटे के लिए हाहाकार मचा हुआ है। लेकिन हमारे देश भारत में भी आटे के दाम बढ़ रहे हैं। मौजूदा हालत पर गौर करें तो पता चलता है कि वर्ष 2021-22 की तुलना में वर्ष 2022-23 में आटे के दाम में 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इस समय देश में खुला आटा जहां 38 रुपये किलो बिक रहा है वहीं पैक आटे की कीमत 45 से 55 रूपये में सीमित है। जबकि जनवरी 2022 में खुला आटा जहां 25 से 27 रुपये किलों बिक रहा था वहीं पैक आटे की कीमत 30 से 35 रूपये थी।
एक ओर जहां आटे के दाम बढ़े हुए हैं वहीं आटे के साथ ही गेहूं के दाम तथा गेहूं से बनने वाले अन्य चीजें जैसे मैदा, सूझी के दाम भी बढ़ गये हैं।
आटे का दाम कम करने सरकार कर रही प्रयास Flour Price In India
सरकार इनके दाम नियंत्रित करने के लिए प्रयास कर रही है। आने वाले दिनों में आटे के दाम कम करने सरकार खुले बाजार में गेहूं उतारने की तैयारी कर रही है।
जानकारी के अनुसार सरकार 1 फरवरी से 30 मिलियन टन गेहूं खुले बाजार में बेचेगी। इसके लिए ई-टेंडरिंग मंगवाया गया है। माना जा रहा है कि सरकार के इस प्रयास से आटा के दाम में 10 रूपये प्रति किलों की कमी आ सकती है।
रूस यूक्रेन युद्ध की वजह से विदेशों में गेहूं की मांग बढ़ गई। ऐसे में वर्ष 2021 की अपेक्षा वर्ष 2022 में भारत ने ज्यादा गेहूं का निर्यात किया। लेकिन जैसे ही देश में गेहूं के दाम बढ़ने लगे इसे नियंत्रित करने के भारत सरकार ने निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया।
क्यों बढ़ रहा गेहूं और आटे का दाम Flour Price In India
निश्चित तौर पर लोगों के मन में एक सवाल पैदा होता होगा कि गेहूं उत्पादक देश में गेहूं के दाम क्यें बढ रहे हैं। इस पर सरकार ने कई कारण बताए हैं।
कहा गया है कि रूस यूक्रेन युद्ध की वजह से विदेशों में गेहूं की मांग बढ़ गई। वर्ष 2021 की अपेक्षा वर्ष 2022 में भारत ने ज्यादा गेहूं का निर्यात किया।
वहीं कहा गया है कि गेंहू का उत्पाद भी वर्ष 2021 की अपेक्षा वर्ष 2022 में कम हुआ। गेहूं का उत्पादन घटकर 129 मिलियन टन जगह 106 मिलियन टन पर पहुंच गया था।
बताया जाता है कि गेहूं का उत्पादन कम होने के बाद भी वर्ष 2022 में सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत देश वासियों को जमकर गेहूं दिया। हलांकि इसे अब नियंत्रित कर लिया गया है।