जल्दी पकने वाली, ज्यादा उत्पादन देने वाले गेहूं के इन बीजो को बोएं किसान, होगा बंपर मुनाफा
Best Wheat Seeds: रबी की फसलों की बोनी का समय चल रहा है। खासतौर पर गेहूं की बोनी पीक पर है। लेकिन देर से पकने वाली धान की वजह से किसानों को गेहूं बोनी में देरी हो सकती है। ऐसे में कृषि वैज्ञानिकों की माने तो देर से बोनी करने वाले किसान कुछ खास किस्म की गेहूं की बोनी करे। बताया गया है कि विगत दो महीने के बाद मौसम में तेजी से परिवर्तन होने लगता है। जिससे बाद में बोए गए गेहूं में दाने पड़ने में समस्या हो जाती है। ऐसे में कृषि वैज्ञानिकों की सलाह आवश्यक हो जाती है।
इन बीजों का करें चयन
साथ ही उनका कहना है कि अगर किसानों को दिसम्बर मध्य के बाद गेहूं की बोनी करनी हो तो वह गेहूं कि किस्में जवाहर गेहूं 3336, एचडी 2932, एचडी 2864, एमपी 4010 और इंदौर एआरसीआई द्वारा विकसित 1634 का चुनाव करें। यह 100 से 105 दिन में पकने वाली तथा ज्यादा उत्पादन देने वाली किस्मे हैं।
उर्वरक का ऐसे करें उपयोग
कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि गेहूं की बोनी के समय पर्याप्त मात्रा में उर्वरक का उपयोग करना चाहिए। ज्यादा मात्रा में रासायनिक खाद का उपयोग नहीं करना चाहिए। किसानों को डीएपी की जगह एनपीके का उपयोग काफी हितकर होता है। डीएपी में पोटास की मात्रा नही होती हैं। पोटास से दाने में चमक आती है। वहीं दाने पुष्ट होते है।
कब करें फसलों की सिंचाई
बताया गया है कि गेहूं बोनी के 20 से 25 दिन पहली सिंचाई करनी चाहिए। वही दूसरी िंसचाई फूल आते समय अवश्य करनी चाहिए। अगर पानी की व्यवस्था हो तो बीच में भी सिंचाई करना उपयुक्त होता है। अधिकतम चार सिंचाई पर्याप्त होती है। इसी तरह देर से बुवाई करने पर प्रति हेक्टेयर 80 किग्रा नाइट्रोजन, 60 किग्रा फास्फोरस और 40 किग्रा पोटाश का उपयोग करना चाहिए।