गर्मी में किसान करें इन फसलों की खेती, जमकर होगी कमाई
Summer Farming Tips: बागवानी करने वाले किसानों के लिए आवश्यक है कि वह सही फसलों का चुनाव करें। किसान ऐसी फसल चुने जिन्हें कम समय में तैयार किया जा सके। और उनमें लाभ की संभावना ज्यादा हो। ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि देश की आधे से अधिक आबादी खेती पर निर्भर है। दिनों-दिन बढ़ रही महंगाई में किसान अपनी आवश्यकता की पूर्ति कैसे कर पाएंगे। इस पर विचार किया जाना चाहिए। हम कहना चाहते हैं के आज अगर किसान वर्ष भर में कई फसलो की पैदावार ले तो अवश्य ही उसकी माली हालत सुधर जाएगी।
वैज्ञानिक कर रहे नए नए प्रयोग
किसानों को लाभ का धंधा बनाने के लिए देश के वैज्ञानिक नए-नए प्रयोग कर रहे हैं। इसी का परिणाम है कि आज किसान सुविधा संपन्न और किसानी लाभ अर्जित करने वाला धंधा बनता जा रहा है। चाहे मशीनरी की बात हो या फिर बीजों की। हर जगह वैज्ञानिक मौसम, मिट्टी और जलवायु के हिसाब से बीज विकसित कर रहे हैं। कम समय में अधिक पैदावार देने वाले इन फसलों के बारे में जाने।
मूली
मूली बागवानी की एक ऐसी फसल है जो मात्र 50 दिनों में पूर्णरूपेण तैयार हो जाती है। गर्मी के समय में मूली की मांग बढ़ जाती है। तो शादी ब्याह का समय आ जाता है जिससे मूली की मांग दुगनी हो जाती है। अगर किसान गर्मी में मूली की फसल तैयार करें तो उन्हें अच्छा खासा लाभ मिल सकता है।
खरबूजा
खरबूजा गर्मी के दिनों में ही अच्छे और मीठे फल देता है। या यूं कहा जाए कि गर्मी में ही खरबूजा तैयार किया जा सकता है। यह स्वास्थ्यवर्धक होने के साथ ही हैं गर्मी के दिनों का विशेष फल माना गया है। खरबूजा की फसल गर्मी में कम लागत पर तैयार होती है। जिससे लाभ की संभावना बढ़ जाती है।
खीरा
वैसे तो खीरा की खेती वर्षभर होती है। केवल ठंडी के दिनों में खीरा का उत्पादन प्रभावित होता है। लेकिन गर्मी के दिनों में खीरा कम समय में बहुत जल्दी और अच्छा तैयार होता है। इसके पौधों पर कीटों का प्रभाव ज्यादा नहीं पड़ता और पर्याप्त मात्रा में फल लगते हैं। इसलिए आवश्यक है कि किसान गर्मी के दिनों में खीरे की फसल बोने और पर्याप्त उत्पादन ले।
इसी तरह खीरा के साथ ककड़ी की खेती भी किसानों के लिए लाभप्रद है। किसान भाई खीरा के साथ ककड़ी के भी बीज डाल सकते हैं। गर्मी के मौसम में ककड़ी का उत्पादन खीरे की तरह भरपूर होती है।
धनिया की खेती
भोजन का जायका बनाने में धनिया पत्ती का बड़ा रोल रहता है। सब्जी में धनिया पत्ती ना पड़े तो उसका स्वाद आधा रहता है। 50 दिनों में तैयार होने वाली धनिया की खेती अगर किसान करते हैं तो वह लगातार दो फसल गर्मी के दिनों में तैयार कर सकते हैं। गर्म के समय धनिया की कीमत 200 से लेकर 300 रुपए किलो तक रहती है।
पालक
कृषि वैज्ञानिकों के प्रयास से पालक के कई अच्छे बीज तैयार किए गए हैं। उन्नत किस्म के बीजों की बोनी कर किसान 40 दिन में फसल मंडी लेकर पहुंच सकते हैं। गर्मी के दिनों में कुछ कीटों का नियंत्रण अवश्य करना पड़ता है। लेकिन आज के उन्नत बीजों में कीटों का प्रभाव कम होता है। सबसे जल्दी तैयार होने वाली फसल पालक गर्मी के दिनों में 50 से 60 रुपए किलो तक बिकती है। ऐसे में किसान भरपूर मुनाफा कमा सकते हैं।