Elon Musk Future Plans: साल 2050 तक एलन मस्क ऐसा क्या कर देंगे कि इंसानों की ज़िन्दगी पूरी तरह बदल जाएगी
Elon Musk Future Plans: दुनिया के सबसे अमीर इंसान 'एलन मस्क' के पास अंधा पैसा है, इतनी संपत्ति है कि वो चाहें तो नगद देकर पाकिस्तान जैसे एक साथ कई देश खरीद दें, हाल ही में मस्क ने 44 बिलियन डॉलर में Twitter खरीदा है, अब मस्क अपने हिसाब से Twitter को एक फ्री स्पीच प्लेटफार्म में तब्दील कर देंगे। अगर ट्विटर को खरीदने की बात हो तो मस्क ने ऐसा सिर्फ पैसे की ताकत दिखाने के लिए किया है.
Elon Musk's Dream Projects: "एलोन मस्क को दुनिया के सबसे ताकतवर इंसानों में से एक कहना गलत नहीं होगा, लेकिन जब आपके पास ज़्यादा पॉवर होती है तो आपके ऊपर रिस्पॉन्सिबिलिटी भी ज़्यादा होती है. मस्क मस्ती-मजाक करने के साथ अपनी जिम्मेदारी भी निभा रहे हैं, बस उनके काम करने का तरीका थोड़ा अलग है. Elon Musk मंगल गृह में इंसानी बस्ती बसाने के लिए NASA के साथ भारी-भरकम खर्च वाले प्रोजेक्ट में काम कर रहे हैं, इतना ही नहीं उनकी एक कंपनी ऐसी Nano Chip बना रही है जिसको इंसान के दिमाग में फिट कर दिया जाएगा, और उससे लकवा, डिप्रेशन, एनज़ाइटी और न्यूरो से जुडी बिमारियों का इलाज हो सकेगा।"
मस्क का मिशन मंगल
Elon Musk's Mars Mission: Elon Musk सिर्फ Tesla और Twitter के मालिक नहीं है. उनकी सबसे बड़ी कंपनी है SpaceX Mars Program. जो मंगल ग्रह में स्पेस रोवर भेजने के अलावा भविष्य में मंगल ग्रह में इंसानी बस्ती बसाने पर काम कर रहा है. Elon Musk साल 2050 तक पृथ्वी से इंसानों के एक समूह को मंगल गृह में भेजने और उन्हें वहां बसाने के लिए करोड़ों डोलर पानी की तरह बहा रहे हैं. यह मस्क की सबसे बड़ी फैंटसी है जिसे वह वास्तविकता में बदलना चाहते हैं.
SpaceX Mars Program Explained In Hindi: SpaceX अमेरकी स्पेस एजेंसी NASA के साथ इस मिशन मार्स में काम कर रही है. जिसमे Space Tourism यानी के अंतरिक्ष पर्यटन पर काम कर रही है. जहां पृथ्वी से लोगों को स्पेस की सैर कराइ जाएगी लेकिन इसके बदले आपको भारी-भरकम रकम देनी होगी
Elon Musk's Aim: मस्क का सपना मंगल गृह में इंसानी बस्ती बसाने का है, जहां इंसानी कॉलोनी में लोग रहें, वहीं जियें और वहीं मरें। SpaceX साल 2026 में अपना पहला मानव मिशन शुरू करेगी, जिसमे धरती से पहला इंसान मंगलग्रह में कदम रखेगा। और शायद वहीं रहकर मंगल में खेती की शुरुआत और नए इंसानी जीवन का आरंभ करेगा
Neuralink का Superhuman प्रोजेक्ट
Elon Musk's Neuralink Project Explained: SpaceX की तरह एलोन मस्क की एक कंपनी है Neuralink. यह इंसान को मंगलग्रह में भेजने से ज़्यादा पेचीदा है. Neuralink ऐसे बुद्धिमान वैज्ञानिकों की टीम है जो एक ऐसी शुक्ष्म कम्प्यूटर चिप (Neuralink Brain Chip) विकसित कर रही है. जिसे इंसान के दिमाग में फिट किया जाएगा। कंपनी के तीन ऑब्जेक्टिव हैं Understanding The Brain, (दिमाग को समझना) Interfacing The Brain (दिमाग से जुड़ना) और Engineering With The Brain (दिमाग के साथ इंजीनियरिंग करना)
Neuralink Aim: न्यूरालिंक का लक्ष्य विकलांग लोगों की मदद करना है. इसके लिए नेउरालीनk, Consumer Advisory Board (CAB) के साथ मिलकर काम कर रहा है. Neuralink ऐसी चिप विकसित कर रही है जिसे लकवाग्रस्त लोगों के दिमाग में अंदर फिट करके, नर्वस सिस्टम और दिमाग की सेल्स को सिग्नल दिया जाएगा और वह लोग पूरी तरह से एक आम इंसान जैसे फिट हो जाएंगे। वर्तमान में एक बार किसी इंसान को लगवा लग गया तो वह असाध्य हो जाता है, और कभी पूरी तरह रिकवर नहीं होता। लेकिन इस टेक्नोलॉजी से तंत्रिका संबंधी विकारों (Neurological disorders)का जड़ से इलाज करने की क्षमता है. सिर्फ इतना ही नहीं Anxiety, Depression, और सभी तरह के मानसिक और न्यूरोलॉजिकल बिमारियों को इस चिप की मदद से सुधारा जा सकता है.
Neuralink Brain Chip Testing Result: अबतक इस चिप का इस्तेमाल टेस्टिंग के लिए बंदरों के ऊपर किया गया है. और वह पूरी तरह से सफल रहा है. बंदर के दिमाग में चिप फिट करने के बाद उसे कंप्यूटर से उसके दिमाग को सिग्नल भेजकर Musk ने वीडियो गेम खिलवा दिया था.
How Neuralink Works
Elon Musk Hyperloop One Project:
What Is Hyperloop Project: हाइपरलूप एक हाई-स्पीड ट्रांस्पोर्टेशन सिस्टम है. जो बिना किसी ऊर्जा का इस्तेमाल किए विमान से भी ज़्यादा तेज़ रॉकेट की स्पीड में ट्रांस्पोर्टेशन का माध्यम है. इस प्रोजेक्ट में सिर्फ तीन उपकरणों का इस्तेमाल होता है.
1. ट्यूब- जिसे आप आसान भासा में एक सुरंग कह सकते हैं जिसके अंदर पॉड्स हवा में उड़ते रहते हैं
2. पॉड्स- पॉड्स को आप आसान भाषा में ट्रैन की बोगी कह सकते हैं, जिसमे यात्री बैठेंगे, यह वायुमंडलीय दबाव पर प्रेशर डालने वाला कोच है जो एयरोडायनेमिक या चुंबकीय फ़ोर्स का इस्तेमाल करके इस ट्यूब के अंदर एयर रेसिस्टेंस या घर्षण को कम कर देता है. कुल मिला कर, बोगी को हवा में बिना ग्रेविटी के रखता है. इसके कारन ट्यूब हवा में उड़ती रहती है.
3. टर्मिनल- टर्मिनल पॉड्स या बोगी को चलाने, रोकने और स्टेशन-से स्टेशन तक ले जाने वाला रास्ता है.
When Hyperloop Project Will Start: एलोन मस्क शुरुआती चरण में इसे अमेरिका के लॉस एंजेलिस से सैन फ्रांसिस्को तक चलाने पर काम कर रहे हैं. पिछले साल ही इसकी टेस्टिंग हुई थी जो पूरी तरह सफल थी. मस्क का कहना है कि हाइपरलूप मंगल गृह में और अच्छे से काम करेगा। क्या पता पृथ्वी के बाद मंगल में जब इंसानी बस्ती बन जाए तो मस्क वहां ट्रांस्पोर्टेशन के लिए हाइपरलूप तैयार कर दें
Hyperloop Project Testing Results: Virgin Hyperloop की टेस्टिंग साल 2020 में हुई थी, जिसमे सिर्फ 500 मीटर की ट्यूब बनाकर उसमे 2 पैसेंजर को बैठाया गया था, जो भारतीय थे. सिर्फ 6 सेकेंड में 107 Mph की स्पीड पकड़ने के बाद 500 मीटर की दूरी तय हो गई थी. हाइपरलूप 600Mph की टॉप स्पीड से दौड़ सकती है.
Virgin Hyperloop Project Testing Video:
Virgin Hyperloop One Project India:
भारत में भी वर्जिन हाइपरलूप ट्रैन चलने वाली है, जो महाराट्र के मुंबई से पुणे के बीच चलेगी, इससे किसी भी स्थान से दूसरे गंतव्य की दूरी में लगने वाला समय 90% तक कम हो जाता है.
Elon Musk Future Projects: तो Elon Musk सिर्फ Tesla Car नहीं बेचते बल्कि वह इसी लिए Tesla बेचते हैं ताकी इन तीन बड़े प्रोजेक्ट्स में पैसा लगा पाऐं। मंगल गृह में इंसानी बस्ती , इंसान के दिमाग में चिप, और सबसे तेज़ ट्रांसपोर्टेशन, यह तीन Elon Musk के ड्रीम प्रोजेक्ट हैं.
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