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Edible Oil Price Hike: महंगा होगा रसोई का तड़का, जाने कितना बढ़ने वाले है तेल के दाम

Edible Oil Price Hike
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Edible Oil Price Hike News: खाद्य तेल उद्योग संगठन यानि की एसईए ने तेल के दाम बढ़ाए जाने सरकार से किया अनुरोध

Edible Oil Price Hike News: आने वाले समय में खाद्य तेलों के दाम बढ़ने की संभावना है। खाद्य तेल उद्योग संगठन यानि कि एसईए ने सराकर से रिफाइंड पाम तेल पर आयात शुल्क 20 प्रतिशत किए जाने का अनुरोध किया है, जबकि अभी पॉम ऑयल में आयत शुल्क 12.5 प्रतिशत है। अगर शुल्क बढ़ाया जाता है तो इससे ऑयल में मंहगाई बढ़ेगी।

सरकार ने कम किए थें टैक्स

ज्ञात हो कि तेलों के दाम आसमान छू रहे थें। वर्ष 2021 लगातार दाम बढ़ने के कारण वर्ष 2022 की शुरूआत में सरकार इसके लिए जरूरी कदम उठाये थें, जिसका असर रहा है कि सभी तरह के तेलों के दाम कंम हो गए थे। वही एक बार फिर खाद्य तेल उद्योग संगठन एसईए ने आयत शुल्क बढ़ाने की मांग उठा रहा है और ऐसे में तेल के दाम बढ़ना तय है।

पत्र में दिया गया इस तरह का तर्क

खाद्य तेल उद्योग संगठन यानि कि एसईए केन्द्रीय मंत्री पीयुष गोयल को जो पत्र लिखा है। उसमें कंहा है कि कच्चा तेल एवं रिफाइंड पॉम तेल के शुल्क के बीच 7.5 का अंतर है। ऐसे में रिफाइड उद्योग का पूरी छमता से उपयोग नही हो पा रहा है। एसईए के अध्यक्ष अजय झुनझुनवाला एवं अतुल चर्तुवेदी ने पत्र में कंहा है कि तेल के अंतर को पूरा करने के लिए इसमें आयात शुल्क को बढ़ाया जा सकता है।

उनका कहना है कि इससे मंहगाई पर कोई असर नही पड़ेगा और पॉम उद्योग बढ़ने से देश में रोजगार का सृजन होने के साथ ही कई तरह से फायदा होगा। हांलाकि आयात शुल्क बढ़ने से यह निश्चित है कि उपभोक्तओं को पॉम तेल की खरीदी में उनकी जेब कटेगी और रसोई का तड़का मंहगा होगा।

Viresh Singh Baghel | रीवा रियासत

Viresh Singh Baghel | रीवा रियासत

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