देश में बढ़ेंगी खाद्य तेल की कीमतें: इंडोनेशिया ने पाम आयल के निर्यात में बैन लगा दिया
Indonesia bans palm oil exports: भारत में अब खाद्य तेल के दाम बढ़ने वाले हैं, इसके पीछे का प्रमुख कारण इंडोनेशिया द्वारा भारत में पाम आयल के एक्सपोर्ट को बैन कर देना है. यह रोक 28 अप्रैल से शुरू होगी और तबतक चलेगी जबतक इंडोनेशिया में पाम आयल की किल्ल्त ख़त्म नहीं हो जाती। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो का कहना है कि मैं खुद देश में पाम तेल की निगरानी करूंगा, इंडोनेशिया से किसी दूसरे देश को पाम आयल एक्सपोर्ट नहीं होगा ताकि देश में इसकी आपूर्ति पर्याप्त बनी रहे और दाम कम रहें।
इंडोनेशिया भारत को पाम आयल क्यों नहीं देगा
दरअसल खाद्य तेल के दाम बढ़ने से कई इंडोनेशिया के पाम उत्पादक दूसरे देशों में पाम आयल निर्यात करने लगे, अब खुद इंडोनेशिया में इसकी कमी पड़ने लगी, जिससे वहां तेल के दाम बढ़ने लगे ऐसे में इंडोनेशिया ने कई देशों में निर्यात को बंद कर दिया ताकि उनके देश में इसकी कमी न हो.
भारत के लिए इंडोनेशिया दूसरा सबसे बड़ा पाम एक्सपोर्टर है, जिससे भारत हर साल 3,944 मिलियन डॉलर तेल खरीदता है, सबसे बड़ा एक्सपोर्टर मलेशिया है जिससे भारत ने साल 2021 में 4,052 मिलियन डॉलर का पाम आयल खरीदा था, जबकि थाईलैंड से 583, सिंगापूर से 419, पापुआ न्यू गिनी से 242 मिलियन डॉलर का कारोबार करता है.
पाम अन्य तेलों से सस्ता होता है
पाम ऑयल मूंगफली, सरसो, सोया से काफी सस्ता होता है, जहां मूंगफली के रेट 201, सरसो के 198, सोया के 190 रुपए प्रति लीटर होते हैं वहीं पाम ऑयल 169 रुपए में मिलता है. पाम का इम्पोर्ट कम होने से पाम ऑयल के दाम तो बढ़ेंगे साथ अन्य खाद्य तेल के रेट भी बढ़ जाएंगे। जनवरी में तेल के महंगा होने का कारण भी इंडोनेशिया था क्योंकि उस वक़्त भी इंडोनेशिया ने पाम पर बैन लगा दिया था, पर मार्च में बैन हटा दिया लेकिन फिर से एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध लगा दिया गया